चार पीढ़ियों की कहानी समेटे अमिताभ का ‘प्रतीक्षा’ बंगला

मुंबई के जुहू इलाके में एक शांत और सौम्य कोना है – ‘प्रतीक्षा’। ये सिर्फ एक बंगला नहीं, बल्कि बच्चन परिवार की चार पीढ़ियों की कहानी समेटे हुए एक जीता-जागता एहसास है। यहां सिर्फ दीवारें नहीं हैं, बल्कि उनमें बसी हैं उन हसीनों, संघर्षों और कामयाबी की यादें जो बच्चन परिवार के हर सदस्य से जुड़ी हैं।

🎬 जब शोले की सफलता ने अमिताभ को दिया उनका पहला आशियाना
साल 1976 में ‘शोले’ की ऐतिहासिक सफलता के बाद अमिताभ बच्चन ने अपने लिए और जया बच्चन के साथ मिलकर यह घर खरीदा था। उनके साथ थे उनके माता-पिता – कवि हरिवंश राय बच्चन और तेजी बच्चन, साथ ही नन्ही श्वेता और मासूम अभिषेक। ये उनका पहला खरीदा हुआ घर था – एक ऐसा सपना, जो हकीकत में तब्दील हुआ।

✍️ ‘प्रतीक्षा’ नाम का राज
‘प्रतीक्षा’ नाम खुद हरिवंश राय बच्चन ने रखा था। यह नाम उनकी कविता की एक लाइन से लिया गया –
“स्वागत सबके लिए है, पर नहीं है किसी के लिए प्रतीक्षा”।
इस नाम के पीछे जीवन की अस्थिरता, बदलाव और निरंतरता की गहराई छुपी है।

🌳 गुलमोहर, जिसकी छांव में पली कई पीढ़ियां
अमिताभ बच्चन ने प्रतीक्षा में रहते हुए घर के आंगन में गुलमोहर का एक पेड़ लगाया था। यह पेड़ भी उनके जीवन के हर उतार-चढ़ाव का साथी रहा – बच्चों की परवरिश से लेकर शादी-ब्याह और बुजुर्गों की विदाई तक।

💍 प्रतीक्षा बना शादी का गवाह
2007 में जब अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय की शादी हुई, तो इसी बंगले ने फिर से खुशियों की दस्तक देखी। बंगले के चारों ओर पर्दे और सिक्योरिटी तैनात थी, पर अंदर, परिवार के लिए ये एक पवित्र मिलन का क्षण था।

👶 आराध्या का पहला घर
अभिषेक और ऐश्वर्या की बेटी आराध्या बच्चन को भी सबसे पहले इसी बंगले में लाया गया था। अमिताभ ने इसे “लक्ष्मी रत्न” की घर वापसी कहा था।

🕯️ मां के जाने के बाद बंद हुए दरवाज़े
तेजी बच्चन के निधन के बाद, अमिताभ बच्चन ने प्रतीक्षा को बंद कर दिया और ‘जलसा’ में शिफ्ट हो गए। लेकिन उन्होंने अपने माता-पिता के कमरे आज भी वैसे ही संभाल कर रखे हैं, जैसे वे उनके जीवन में थे।

🏠 बेटी श्वेता को सौंपी गई विरासत
2023 में रिपोर्ट्स के अनुसार, अमिताभ बच्चन ने ‘प्रतीक्षा’ बंगला अपनी बेटी श्वेता बच्चन को गिफ्ट किया। उन्होंने करीब 50 करोड़ की इस प्रॉपर्टी को दो डीड्स के जरिए ट्रांसफर किया और 50.65 लाख रुपये की स्टांप ड्यूटी भी अदा की।
उनका मानना है –
“बेटा-बेटी में कोई फर्क नहीं, दोनों का संपत्ति पर बराबर अधिकार है।”

💖 प्रतीक्षा: यादों की कीमत नहीं होती
भले ही इस बंगले की बाजार कीमत 50 करोड़ हो, पर फैंस और परिवार के लिए इसकी कीमत अनमोल है। यह बॉलीवुड की सबसे प्रतिष्ठित विरासतों में से एक है – जो सिर्फ ईंट और पत्थर नहीं, बल्कि यादों और एहसासों से बनी है।

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