केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर (J&K) में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नज़र रखते हुए और अमरनाथ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के बाद राष्ट्रीय राजधानी में गृह मंत्रालय (MHA) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जहाँ उन्होंने मामले पर आगे चर्चा करने के लिए 16 जून को एक और विस्तृत बैठक निर्धारित की।
जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों ने क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं, क्योंकि 9 जून से जम्मू-कश्मीर में चार आतंकवादी हमले हुए हैं।
पहला हमला रईसी में हुआ था, जिसमें हमलावरों द्वारा की गई गोलीबारी में तीर्थयात्रियों की एक बस खाई में गिर गई थी, जिसमें नौ लोग मारे गए थे। इसके बाद कठुआ और डोडा में हमले हुए, जिसमें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान शहीद हो गया, एक नागरिक घायल हो गया और कम से कम सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए।
आज की बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, केंद्रीय गृह सचिव और सेना, पुलिस, जम्मू-कश्मीर प्रशासन और गृह मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर चिंताओं पर चर्चा की। मोदी ने गृह मंत्री शाह से जम्मू-कश्मीर में चल रहे आतंकवाद विरोधी उपायों के बारे में बात की। उन्होंने क्षेत्रों में सैन्य कर्मियों की तैनाती के बारे में बात की। प्रधानमंत्री को जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी मामले की जानकारी दी।
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