अमेरिका का यमन पर भीषण हमला, 31 की मौत – युद्ध की चिंगारी भड़की

मध्य पूर्व में तनाव एक बार फिर चरम पर पहुंच गया है. रविवार को अमेरिकी विमानों ने यमन की राजधानी सना पर बड़ा हमला किया, जिसमें कम से कम 31 लोगों की मौत और 101 घायल होने की खबर है. हूतियों पर हुए इन हमलों ने एक बार फिर क्षेत्र में युद्ध के हालात पैदा कर दिए हैं.

हूती देंगे करारा जवाब!
यमन सेना के सूत्रों के मुताबिक, हूती लड़ाके अब अमेरिका और ब्रिटेन के हमलों का जवाब देने की तैयारी कर रहे हैं.
👉 संभावना जताई जा रही है कि हूती, UAE और जिबूती में स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकते हैं.

यमन के स्वास्थ्य मंत्रालय का आरोप!
यमन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अमेरिका के हमले को रणनीतिक गलती बताया और दावा किया कि
👉 अमेरिका ने रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, जहां कोई सैन्य बैरक या हथियार डिपो नहीं था.
👉 डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले के भयानक परिणाम होंगे.

इजराइल को थी पहले से खबर
इजराइली अधिकारियों ने खुलासा किया कि
👉 अमेरिका ने यमन पर हमले से पहले ही इजराइल को इसकी जानकारी दे दी थी.
👉 हूती पहले भी इजराइल पर ड्रोन और बैलिस्टिक मिसाइल से हमला कर चुके हैं, जिससे आशंका है कि अब वे इजराइल को भी निशाना बना सकते हैं.

ईरान और हमास का गुस्सा!
👉 ईरानी विदेश मंत्रालय ने अमेरिका और ब्रिटेन के इस हमले को संयुक्त राष्ट्र चार्टर और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन बताया.
👉 हमास ने भी यमन पर हुए हमलों की कड़ी निंदा की है.

ट्रंप की धमकी – ‘तुम्हारा समय खत्म हुआ’
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हमले के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा – ‘तुम्हारा समय खत्म हो गया है’!
👉 ट्रंप के मुताबिक, अमेरिकी हमले का कारण हूतियों द्वारा लाल सागर में जहाजों को निशाना बनाना है.

क्या युद्ध की ओर बढ़ रहा है मध्य पूर्व?
गौरतलब है कि हूतियों ने पिछले साल दिसंबर से लाल सागर में किसी भी जहाज पर हमला नहीं किया था.
👉 गाजा युद्धविराम के बाद हूतियों ने भी अपनी सैन्य गतिविधियों को रोक दिया था, लेकिन अमेरिका की इस एयरस्ट्राइक के बाद अब हालात फिर बिगड़ सकते हैं.

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