रिलायंस जियो के चेयरमैन आकाश अंबानी ने भारत का डेटा भारतीय डेटा सेंटर में ही रखने की वकालत की है। उन्होंने कहा कि भारत में डेटा जनरेशन का पैमाना और स्पीड तेजी से बढ़ी है और एआई के साथ यह और तेजी से बढ़ेगी। इसलिए देश में एआई और मशीन लर्निंग डेटा सेंटर स्थापित करने की जरूरत है और इसके लिए भारतीय कंपनियों को सरकार की ओर से प्रोत्साहन मिलना चाहिए। साथ ही उन्होंने सरकार से अनुरोध किया कि डेटा सेंटर नीति 2020 के मसौदे को जल्द अपडेट करें। आकाश अंबानी दिल्ली में चल रहे इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2024 में बोल रहे थे।
आकाश अंबानी ने कहा, “विकसित भारत के सपने के साकार करने के लिए एआई अत्यंत महत्वपूर्ण है। और जियो ने एआई के फायदे को हर भारतीय तक पहुंचाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। ठीक वैसा ही जैसा कि हमने मोबाइल ब्रॉडबैंड के साथ किया था। हम किफ़ायती कीमतों पर शक्तिशाली एआई मॉडल और सेवाएँ देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए हम एक राष्ट्रीय एआई इंफ्रास्ट्रक्चर का आधार तैयार कर रहे हैं।“
प्रधानमंत्री की विज़नरी लीडरशिप की प्रशंसा करते हुए आकाश अंबानी ने कहा कि “आज भारतीय मोबाइल कंपनियाँ और फलते-फूलते स्टार्ट-अप इकोसिस्टम की वजह से भारत विकसित देशों सहित दुनिया भर को एआई सॉल्युशन दे सकता है। सरकार द्वारा उद्योग और इनोवेशन को आगे बढ़ाने के कारण भारत में सबसे बड़ी डिजिटल क्रांति आई है। नए भारत में कारोबार अब पूरी तरह बदल गया है। 145 करोड़ भारतीयों की ज़रूरतों और अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए सरकार और उद्योग तालमेल के साथ काम कर रहे हैं।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस के मंच से अंबानी ने वादा किया कि भारत न केवल मोबाइल इनोवेशन में अग्रणी होगा बल्कि हम एक कनेक्टेड, इंटेलिजेंट भविष्य के लिए एआई की ताकत को अपनाएंगे। इससे रोजगार में भी वृद्धि होगी जैसा कि जैसे कंप्यूटर और इंटरनेट को अपनाने के दौर में हुआ था।