वक्फ संशोधन बिल को लेकर आज सुबह 11 बजे संसदीय संयुक्त समिति (जेपीसी) की बैठक होने जा रही है। इस बैठक में बिल के हर क्लॉज पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। पिछली बैठक में हुए हंगामे के चलते 10 विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए समिति से निलंबित कर दिया गया था।
संशोधनों की भरमार
सत्ता पक्ष और विपक्ष ने बिल में 444 संशोधन प्रस्ताव दिए हैं।
विपक्ष का कहना है कि शिया, आगाखानी और अन्य समूहों के लिए अलग वक्फ बोर्ड की आवश्यकता नहीं है।
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने मांग की है कि वक्फ बोर्ड में इस्लाम का पालन करने वाले सदस्य होने चाहिए और इनमें कम से कम 3-5 महिलाओं को जगह दी जानी चाहिए।
संशोधन के नोटिसों का ब्योरा
असदुद्दीन ओवैसी: 43 संशोधन के नोटिस दिए।
बीजेपी सांसदों द्वारा दिए गए संशोधन:
दिलीप सैकिया और मेधा कुलकर्णी: 3-3 संशोधन।
अपराजिता सारंगी, डीके अरुणा, निशिकांत दुबे, तेजस्वी सूर्या: 2-2 संशोधन।
बृजलाल और संजय जयसवाल: 1-1 संशोधन।
एनडीए सहयोगियों के सुझाव
हालांकि एनडीए के सहयोगियों ने पहले संशोधन के नोटिस दिए थे, लेकिन बाद में उन्हें वापस ले लिया। उन्होंने कुछ सुझाव दिए, जैसे:
विवादित संपत्ति को ट्रस्ट के माध्यम से सरकार को सौंपा जाए।
अंतरराष्ट्रीय गतिविधियों में उपयोग की जा रही वक्फ संपत्तियों को तुरंत जब्त किया जाए।
वक्फ बोर्ड की प्रबंधन गतिविधियों में गैर-मुस्लिमों की नियुक्ति की जाए।
पिछली बैठक में हंगामा
पिछली जेपीसी बैठक में हंगामे के कारण मार्शल बुलाने पड़े थे।
10 विपक्षी सांसदों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया था।
इन सांसदों में असदुद्दीन ओवैसी, इमरान मसूद, कल्याण बनर्जी, नासिर हुसैन, ए राजा, और मोहम्मद जावेद शामिल थे।
निलंबन का प्रस्ताव बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने पेश किया था।
समिति की रिपोर्ट
माना जा रहा है कि 500 पन्नों की रिपोर्ट आगामी बजट सत्र में पेश की जा सकती है।
समिति अब तक 34 बैठकें कर चुकी है और कई राज्यों का दौरा कर 24 हितधारकों से चर्चा की है।
जेपीसी में 21 लोकसभा और 10 राज्यसभा सदस्य हैं, जिनमें से 13 विपक्षी दलों से आते हैं।
यह भी पढ़ें:
क्या आपको भी दिख रहे हैं डायबिटीज के लक्षण? जानिए पहले 5 संकेत