लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित आकाश आनंद ने जब पार्टी सुप्रीमो मायावती से सार्वजनिक रूप से माफी मांगी, तो कुछ ही घंटों के भीतर मायावती ने उदारता दिखाते हुए उन्हें माफ कर दिया और एक और मौका देने का निर्णय लिया।
इस बात की जानकारी स्वयं बसपा प्रमुख मायावती ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर साझा की। उन्होंने लिखा, “आकाश आनंद द्वारा एक्स पर आज अपने चार पोस्ट में सार्वजनिक तौर पर अपनी गलतियों को मानने, वरिष्ठों को आदर देने और अपने ससुर की बातों में आगे न आकर पार्टी और मूवमेंट के लिए जीवन समर्पित करने के मद्देनज़र उन्हें एक और मौका देने का निर्णय लिया गया है।”
मायावती के इस फैसले को बसपा समर्थकों के बीच सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यह निर्णय न केवल एक परिवार को जोड़ने का प्रतीक है, बल्कि नेतृत्व में विनम्रता और दूरदर्शिता का भी उदाहरण है।
उत्तराधिकारी को लेकर मायावती की स्पष्टता
हालांकि, मायावती ने इस अवसर पर उत्तराधिकारी की अटकलों पर भी विराम लगाया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “वैसे अभी मैं स्वस्थ हूं और जब तक पूरी तरह स्वस्थ रहूंगी, मान्यवर कांशीराम जी की तरह पार्टी और मूवमेंट के लिए समर्पित रहकर कार्य करती रहूंगी। ऐसे में मेरे उत्तराधिकारी बनाए जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता। मैं अपने निर्णय पर अटल हूं और रहूंगी।”
इस बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि पार्टी की कमान फिलहाल मायावती के ही हाथ में रहेगी।