बदलती हुई लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से दिल की सेहत बिगड़ती ही जा रही है। हृदय हमारे शरीर का एक बहुमूल्य अंग है। दिल की सेहत सही रहे इसके लिए हमें अपना खान-पान सही रखने की जरूरत है जो की पूरी सेहत के लिए एक मूलमंत्र है। लेकिन ऐसा हमसे हो नही पाता व्यस्त लाइफस्टाइल में अपने लिए समय निकाल पाना बहुत मुश्किल होता जा रहा है।
दिल का धड़कना अच्छी तरह से रहे इसके लिए जरूरी है की हम इसका ख्याल अच्छी तरह से रखें। बढ़ते उम्र के साथ दिन प्रतिदिन दिल से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ती जा रहीं है। सही खाना और व्यायाम हमारे दिल की सेहत को अच्छा रखता है।
कोलेस्ट्रॉल की वजह से दिल की बीमारी सबसे आम बात है। कोलेस्ट्रॉल का लेवल सही बनाए रहने के लिए गुड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढाने वाले फूड के सेवन का उपयोग करना चाहिए। बैड कोलेस्ट्रॉल बढाने वाले खाने का सेवन नहीं करना चाहिए। कई बार दिल की सेहत को नजरंदाज करना महंगा पड़ता है इसकी वजह से अकस्तमात मृत्यु का कारण भी बन जाती है। इन सभी प्रकार की समस्याओं से दूर रहने के लिए
तनाव पूर्ण लाइफस्टाइल के चलते दिल पर बहुत ही बुरा असर पड़ता है, अपने तनाव से दूर रखने के लिए योग व्यायाम और एक्सरसाइज को नियमित रूप से शामिल करना चाहिए।
हम सभी के परिवार में अगर किसी भी प्रकार के ह्रदय रोग से संबंधित कोई भी परिवार का व्यक्ति है तो हमें भी सतर्क रहना चाहिए। जरूरी नहीं कि ऐसा ये बीमारी एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जाए बस ये जरूरी है की यदि हमारे परिवार में हाई बीपी, हाई शुगर, कोलेस्ट्रॉल जैसे समस्या है तो हमें अपने शरीर पर ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत है।
अगर आप भी खर्राटें लेते है और ये आपकी आदत बन चुके है तो इसे स्लीप एप्निया की स्थिति में रक्षा जाता है। इसमें आपके एयरवे में ब्लॉकेज की वजह से सांस लेने में बाधा होने लगती है। इसकी वजह से नींद में ही आपकी सांस रुक की समस्या होने लगती है। कभी कभी यह हार्ट फेलियर का कारण भी बन सकता है।
हम सभी को अपने वजन, शुगर, बीपी और कोलेस्ट्रॉल पर नजर रखनी चाहिए। सफेद चीज़ें जैसे नमक, शकर, आलू और चावल का सेवन कम से कम करना चाहिए, हम सभी को भोजन में अधिक से अधिक फाइबर और गुड फैट्स जैसे ओमेगा-3 फैटी एसिड्स को डाइट में शामिल करना चाहिए।
तनाव भरी लाइफस्टाइल को छोड़कर हमें योगा और मेडिटेशन करना चाहिए। ज्यादा स्ट्रेस से आपके सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है, साथ ही आपके दिल की भी सेहत खराब होती है। प्रतिदिन कम से कम कुछ मिनट व्यायाम और खुली हवा में सांस लेना चाहिए।जो की हमारे लिए चमत्कार की तरह काम करेंगी।