सिरदर्द एक आम समस्या है जिसका सामना हम आए दिन करते रहते है। जिसकी वजह से आँखों और शरीर के विभिन्न भागों में दर्द महसूस होता है। और थोड़ा सा रिलैक्स करने के बाद सिरदर्द एक दम छूमंतर भी हो जाता है।लेकिन आए दिन सिरदर्द और आँखों में दर्द होना एक बड़ी स्वाथ्य चिंता का विषय है। अगर हम इस सिर दर्द और आँखों में दर्द के कारण को शुरुआती समय में समझ ले तो इस समस्या को जड़ से खत्म किया जा सकता है।आज हम आपको बताएँगे सिरदर्द के लक्षण और इससे राहत पाने के उपाय।
सिरदर्द क्या है?
हमारा मष्तिष्क (दिमाग) शरीर के विभिन्न भागों मुख्तया खोपड़ी (कपालतंत्र) से बहुत सारी नसों से जुड़ा है। और इन नसों मे पेन सेंसटिव स्ट्रक्चर (दर्द महसूस करने का तंत्र) होता है।
हमारे सिर और गर्दन में 9 जगह पेन सेंसटिव स्ट्रक्चर होते है। जैसे :- आँख, नस, कान, नर्व आर्टरी, मांसपेशिया, सबक्यूटेनियस टिशु, साइनस, क्रिनियम और म्यूकस मेम्ब्रेन |
जब भी हम अधिक तनाव या चिंता करते है तो इन नसों में दबाव/प्रेशर बढ़ जाता है और कई बार सुजन हो जाती है। जिसे पेन सेंसटिव स्ट्रक्चर महसूस कर मष्तिस्क को दर्द होने का संदेश देते है। यह दर्द अकसर सिर के आगे (माथे) वाले भाग में सबसे ज्यादा महसूस किया जाता है। जिसे हम सिरदर्द कहते है।सिरदर्द का लेवल और प्रकार में विभिन्ता की वजह से इसका दर्द पूरी खोपड़ी में अलग-अलग भाग में महसूस किया जाता है।किसी को सिरदर्द होने पर माथे मे दर्द होता है, तो किसी को आँखों में, तो किसी को सर के पिछले भाग में |
सिरदर्द का इलाज
सिरका
सिरका एक औषधि है। इसका इस्तेमाल पेट दर्द में भी किया जाता है और यह सिर दर्द में भी फायदेमंद है। हल्के गुनगुने पानी में एक चम्मच सिरका मिला लें। इसे पीकर कुछ देर के लिए लेट जाएं। सिर दर्द कम हो जाएगा और धीरे-धीरे गायब।
ग्रीन टी
सिरदर्द होने पर चाय तो हम सभी पीते हैं लेकिन ऐसे में ग्रीन-टी पीना सबसे अधिक फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद ऐंटीऑक्सिडेंट्स दर्द कम करने में मददगार होते हैं।
काढ़ा
आप चाहें तो काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। इससे भी सिर दर्द दूर हो जाता है। काढ़ा बनाते समय उसमें दालचीनी, कालीमिर्च जरूर डालें। चीनी की जगह गुड़ या फिर शहद की इस्तेमाल करें।
लौंग
सिर दर्द तेज हो तो लौंग के तेल से मसाज करना भी फायदेमंद रहेगा। लौंग का तेल न हो तो लौंग का धुआं लेना भी फायदेमंद रहेगा।