कैंसर के जोखिम को कम करने के लिए अपनाएं ये हेल्दी आदतें

शरीर के सक्रिय न रहने से हमारी सेहत पर कई नकारात्मक प्रभाव पड़ सकते हैं। यह कई प्रकार की बीमारियों का कारण बन सकता है, जैसे हार्ट रोग, टाइप 2 डायबिटीज और स्ट्रोक जैसी पुरानी बीमारियां। हाल ही में यह भी पाया गया है कि शारीरिक रूप से सक्रिय न रहने से कैंसर का खतरा भी बढ़ रहा है। शारीरिक निष्क्रियता से वजन बढ़ता है और मोटापा, खासकर पेट की चर्बी, एस्ट्रोजन जैसे हार्मोन के स्तर को बढ़ा सकती है, जो कैंसर के खतरे को बढ़ाते हैं।

कैसे कम करें कैंसर का खतरा
शारीरिक गतिविधि सूजन को नियंत्रित करने में भी मदद करती है। शोध से यह पता चला है कि पुरानी सूजन डीएनए को नुकसान पहुंचा सकती है, असामान्य कोशिका वृद्धि को बढ़ावा दे सकती है और ट्यूमर को बढ़ा सकती है। एक्सरसाइज, विशेष रूप से एरोबिक एक्सरसाइज, में एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव होते हैं, जो कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करते हैं।

पिछले कई दशकों में कैंसर के इलाज के तरीके काफी विकसित हुए हैं। पहले कैंसर का इलाज मुख्य रूप से सर्जरी और विकिरण से किया जाता था, जो सौ साल से अधिक पुरानी विधियां थीं। इसके बाद कीमोथेरेपी और हार्मोन थेरेपी का उपयोग किया गया। फिर, टार्गेटेड थेरेपी और मोलिक्यूलर थेरेपी का विकास हुआ है। जबकि विज्ञान ने बहुत तरक्की की है, अब भी कुछ कैंसर जैसे ल्यूकेमिया और लिम्फोमा के मामलों में सर्जरी आखिरी विकल्प के रूप में बचती है।

कैंसर के कारण
यदि आप सक्रिय नहीं रहते, स्वस्थ आहार नहीं लेते, धूम्रपान करते हैं या अत्यधिक शराब का सेवन करते हैं, तो ये सभी कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। इसके अलावा, खराब लाइफस्टाइल जैसे लंबे समय तक डेस्क पर बैठकर काम करना, टेलीविजन देखना या इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अत्यधिक उपयोग करना भी इस खतरे को बढ़ा सकता है। ये आदतें मांसपेशियों को कमजोर करती हैं, जिसके परिणामस्वरूप बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

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