खुजली होना, वैसे तो एक साधारण बीमारी है, लेकिन सच यह है कि यह रोग जब भी किसी व्यक्ति को होता है तो वह व्यक्ति बीमार त्वचा को खुजलाते-खुजलाते परेशान हो जाता है। खुजली होने के कई कारण हो सकते हैं। कई बार खुजली कई रोगों का लक्षण भी हो सकती है। क्या आप भी खुजली से परेशान हैं और खुजली का इलाज ढूंढ रहे हैं?आज हम आपको बताएंगे खुजली क्या है,इसके प्रकार ,होने के कारण और उपाय।
आयुर्वेद के अनुसार, सभी रोग वात, पित्त और कफ के असंतुलन के कारण होती है, और खुजली वात और कफ दोष के कारण होती है। यहां खुजली को ठीक करने के लिए बहुत ही असरदार घरेलू उपाय बताए गए हैं। आप इन उपायों को आजमाकर खुजली से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं कि आपको खुजली का उपचार करने के लिए क्या-क्या करना है।
खुजली क्या है?
कई बार त्वचा पर एलर्जी होने से खुजली हो जाती है। इस स्थिति में सिर्फ खुजलाने की इच्छा होती है। इसे एक प्रकार का चर्मरोग भी कह सकते हैं। खुजली शरीर के किसी एक हिस्से, और पूरे शरीर, या फिर शरीर के अलग-अलग हिस्सों में भी हो सकती है। आमतौर पर खुजली की समस्या रूखी त्वचा में अधिक देखी जाती है। इसके अलावा गर्भावस्था में भी हो सकती है।
खुजली के प्रकार
खुजली दो तरह की होती हैं, जो ये हैंः-
बिना दानों वाली खुजली – यह धूल-मिट्टी, प्रदूषण, गरम कपड़ों, धूप में अधिक देर तक रहने, या किसी अंदरूनी समस्या के कारण हो सकती है।
दानों वाली खुजली – यह ज्यादातर किसी प्रकार के संक्रमण के कारण होती है।
खुजली की बीमारी होने के कारण
खुजली की समस्या होने के अनेक कारण हो सकते हैं, जो ये हैंः-
वायु प्रदूषण एवं धूल-मिट्टी के सम्पर्क में आने के कारण खुजली हो सकती है।
कुछ लोगों को कुछ तरह के भोजन से एलर्जी होती है। ऐसे में अगर वे लोग ऐसा भोजन करते हैं, तो खुजली हो सकती है।
किसी दवा के साइड इफेक्ट (Side-effect) के कारण खुजली हो सकती है।
सूखी (शुष्क) त्वचा भी खुजली का एक मुख्य कारण है।
केमिकलयुक्त सौन्दर्य उत्पादों के इस्तेमाल से भी खुजली होती है।
केमिकलयुक्त हेयर डाई या हेयर कलर का इस्तेमाल क रने भी खुजली हो सकती है।
मौसम में बदलाव के कारण।
किसी तरह के कीड़े का काटना।
ठण्डे मौसम में त्वचा की नमी सूख जाती है। इससे खुजली की समस्या हो सकती है।
यदि आहार में वसा की पर्याप्त मात्रा नहीं होगी, तो त्वचा में खुजली की समस्या हो सकती है।
धूम्रपान करने वालों में खुजली की समस्या ज्यादा देखी जाती है। इसमें रहने वाला निकोटीन
शरीर को नुकसान पहुंचाता है।
सर्दियों में इन्डोर हीटिंग के कारण कमरे की नमी खत्म हो जाती है, और त्वचा शुष्क (सूख) हो जाती है। इससे खुजली होती है।
परफ्यूम (इत्र) का त्वचा पर अधिक प्रयोग करना भी खुजली का कारण होता है।
त्वचा के लिए कठोर डिटर्जेंट युक्त साबुन का इस्तेमाल करना।
अधिक समय तक धूप में रहना।
शरीर या अन्य हिस्सों पर जुओं की मौजूदगी।
यह गुर्दो (किडनी) की बीमारी, आयरन की कमी या थायराइड की समस्या में हो तो खुजली हो सकती है।
मोटे कपड़े, अत्यधिक गर्म कपड़े, बहुत गर्म पानी से स्नान करने से भी होती है।
किसी को विशेष रूप से गहनें से भी एलर्जी हो सकती है, और इससे खुजली हो सकती है।
गर्मियों में खुजली की समस्या को निजात दिलाने के लिए कुछ घरेलू नुस्खे निम्नलिखित हैं, जिन्हें आप आजमा सकते हैं:
नींबू का रस: नींबू का रस गर्मियों में होने वाली खुजली को कम करने में मदद कर सकता है। एक छोटा नींबू का रस निकालें और खुजली के प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
आलू के स्लाइस: आलू के स्लाइस को खुजली के इलाज के लिए उपयोग किया जा सकता है। आलू के स्लाइस को खुजली वाले क्षेत्र पर रगड़ें या उसके रस को निकालकर लगाएं।
तुलसी के पत्ते: तुलसी के पत्ते में एंटी-इन्फ्लामेटरी गुण होते हैं जो खुजली को कम कर सकते हैं। तुलसी के पत्तों को पीसकर उनका रस निकालें और उसे खुजली वाले क्षेत्र पर लगाएं।
घी और नींबू का तेल: घी और नींबू का तेल मिश्रण को खुजली वाले क्षेत्र पर लगाने से राहत मिल सकती है।
ठंडे पानी का इस्तेमाल: गर्मियों में खुजली को कम करने के लिए, ठंडे पानी का सेंसरी इस्तेमाल करें। ठंडे पानी की गिलास के साथ राहत मिल सकती है।
ये घरेलू नुस्खे आमतौर पर कारगर होते हैं, लेकिन अगर खुजली लंबे समय तक बनी रहती है या यह गंभीर होती है, तो एक डॉक्टर से परामर्श करना सबसे अच्छा होगा।