गर्भावस्था के दौरान एक महिला के शरीर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं. हॉर्मोन्स में बदलाव के कारण इस समय महिलाओ की नींद में कमियां भी देखी जाती हैं. अगर कोई इंसान नींद सही से नहीं ले पाता हैं, तो इससे उसके शरीर पर काफी तरह के हानिकारक प्रभाव पड़ने का दर रहता हैं, प्रेग्नेंसी में इस चीज का खतरा और भी ज्यादा बढ़ जाता है। अगर कोई महिला दिन में सोती है तो उसे रात में नींद नहीं आती हैं,तो ये स्थिति इतनी खराब नहीं मानी जाती। लेकिन गर्भवती को दिन या रात में कभी भी नींद नहीं आती तो यह कई बीमारियों को संकेत देने लगती हैं, नींद ना आने के कारण बच्चे के स्वास्थ्य पर कभी कोई फरक नहीं पड़ता, डॉक्टर का कहना हैं, की गर्भ में जब बच्चे का वजन ज्यादा हो जाता है तो जब भी माँ को सोने में दिक्कते होती हैं, तो आइये जानते है विस्तार से।
नींद की कमी को पूरा करने के उपाए:-
रात को सोने से पहले गुनगुने पानी से स्नान करती हैं. उससे अच्छी नींद आने की सम्भावना रहती हैं, इससे दिमाग काफी शांत रहता हैं, और शरीर भी काफी हल्का रहता हैं।
सोते समय अपने पति का चेहरा देखे रोज और उनसे कुछ अच्छी बाते करे।इसके आलावा आप अपने पसंदीदा गाने और मूवी भी देख सकती हैं.
अच्छी नींद लाने के लिए आप अपने आहार से कार्बोहाइड्रेट वाली चीजों को दूर कर लें। क्योंकि ये चीजें तुरंत एनर्जी देते हैं। जिससे नींद दूर भाग जाती हैं।
योग के फायदे:-
अनुलोम-विलोम प्राणायाम को रोज १० मिनट करने से बहुत अच्छी नींद आती हैं, इस शासन को करने क लिए आप सीधे बैठ जाए और फिर दाएं हाथ के अंगूठे से नाक का दाया छेद को फिर बंद करे और साँस को अंदर की तरफ खींचे। फिर उसे हाथ की २ उंगलियों से बाई और के छेद को बंद करे, और और अंगूठा हटाकर दाईं ओर से सांस छोड़ें। और इसी कार्य को नाक की बाई तरफ से भी दोहराएं।