ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक चेहरे या शरीर के किसी भी हिस्से में तिल होने का अपना एक खास मतलब है.अक्सर लोग अलग-अलग तिल के स्थान से इसका मतलब निकालते हैं कि यह शुभ है या नहीं. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि साइंस भी तिल को अशुभ ही मानती है. मेडिकल साइंस के मुताबिक दरअसल, स्किन पर विकसित होने वाले तिल शरीर में कुछ कमी के कारण होते हैं लेकिन अगर यही तिल अचानक से बढ़ने लगे या कलर चेंज होने लगते हैं तो फिर कैंसर के लक्षण भी हो सकते हैं.
हर व्यक्ति के त्वचा या स्किन में उम्र के साथ कई तरह के बदलाव आते हैं. कई नए तिल निकलने लगते हैं. वहीं स्किन पर तिल या पिगमेंटेशन होने लगते हैं. तो क्या हमें इसका टेंशन लेना चाहिए. तो क्या यह टेंशन का कारण हो सकता है. एक्सपर्ट से जानें इसके बारे में…
तिल क्या है?
मोल्स या तिल व्यक्ति के उम्र के हिसाब से अपने आकार और रंग बदलता है. एक व्यस्क व्यक्ति में लगभग 10 से 40 तिल होते हैं. तिल शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं. जन्म के साथ-साथ 50 साल की उम्र तक होते रहते हैं. किसी भी हिस्से पर तिल हो सकते हैं जैसे- सिर पर, पैर और हाथों पर, स्किन पर आदि.
शरीर पर तिल होने का क्या कारण है?
शरीर पर तिल होने के कई कारण हो सकते हैं. जैसे- ज्यादा देर तक सूरज की रोशनी में रहना. तिल तभी होता है जब स्किन में मेलेनिन नाम के पिगमेंट का लेवल ज्यादा बढ़ने लगता है. यह पिगमेंट स्किन को कलर प्रोड्यूस करते हैं.
साइज में चेंजेज आना
उम्र के हिसाब से तिल के साइज के भी आकार-प्रकार बढ़ते हैं. लेकिन अगर कोई तिल 6 महीने साल भर में अपना बड़ा रूप ले लेता है और धीरे-धीरे बड़ा हो रहा है. तो आपको बिना समय गवाएं तुरंत डॉक्टर से बात करनी चाहिए.
मोल का शेप चेंज हो रहा है
अगर कोई तिल पहले छोटा था या पहले गोल था लेकिन अचानक से किनारे से बढ़ रहा है या ऊपर की ओर उठ रहा है तो यह खतरनाक हो सकता है. साथ ही यह स्किन कैंसर का भी संकेत हो सकता है.
कलर चेंज
तिल का कलर ब्लैक या ब्राउन होता है. लेकिन धीरे-धीरे इसके कलर में बदलाव हो रहा है और बाद में जाकर लाल रंग का दिख रहा है तो यह स्किन कैंसर का संकेत हो सकता है.
पपड़ी बनना
तिल के ऊपर झल्ली जैसा पपड़ी पड़ना पूरी तरह से एबनॉर्मल है. पपड़ी पड़ने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन फिर भी अगर आपको भी अपने तिल के ऊपर इस तरह के लक्षण दिखाई दें तो आपको तुरंत किसी हेल्थ एक्सपर्ट से मिलना चाहिए.