आज का दौर डिजिटल युग का है। हम दिन के कम से कम 2-4 घंटे अपने स्मार्टफोन या लैपटॉप पर बिताते हैं—चाहे वो कॉलिंग हो, सोशल मीडिया पर रील्स देखना हो या फिर WhatsApp पर चैटिंग। जैसे-जैसे हमारी ज़िंदगी डिजिटल हो रही है, वैसे-वैसे हैकर्स और स्कैमर्स भी नए-नए तरीके निकाल रहे हैं हमें ठगने के लिए।
अब ठगी के लिए किसी संदिग्ध लिंक पर क्लिक करना ज़रूरी नहीं है! हैकर्स एक नए तरीके से आपका डेटा चुरा रहे हैं, जिसे कहा जाता है “Zero Click Hack”। आइए जानते हैं इस खतरनाक हैकिंग तकनीक के बारे में और इससे बचाव के आसान तरीके।
🚩 क्या है Zero Click Hack मेथड?
अक्सर आपने सुना होगा कि हैकर्स आपके फोन पर किसी संदिग्ध लिंक को भेजते हैं, जिस पर क्लिक करने के बाद आपका डेटा चोरी हो जाता है। लेकिन अब एक ऐसा तरीका सामने आया है जिसमें आपको किसी लिंक पर क्लिक करने की ज़रूरत ही नहीं है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस तकनीक का इस्तेमाल एक इजरायली स्पाईवेयर कर रहा है।
इस हैकिंग मेथड के ज़रिए हैकर्स आपके स्मार्टफोन में स्पाईवेयर इंस्टॉल कर देते हैं।
ये स्पाईवेयर आपके फोन के मैसेजिंग ऐप्स, ईमेल क्लाइंट्स, और मल्टीमीडिया प्रोसेसिंग सिस्टम्स की कमजोरियों का फायदा उठाता है।
हैकर्स एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक फाइल भेजते हैं जो आपके फोन में बिना आपकी जानकारी के एक्टिवेट हो जाती है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, ये स्पाईवेयर अब तक दुनिया भर में करीब 90 लोगों को निशाना बना चुका है।
⚠️ Zero Click Hack के संकेत – क्या आपका फोन भी हैक हुआ है?
अगर आपके फोन में ये बदलाव दिखें, तो सतर्क हो जाएं:
1️⃣ फोन की बैटरी जल्दी खत्म होना
2️⃣ अनजान नंबरों से अजीब मैसेज आना
3️⃣ फोन का अचानक स्लो हो जाना या हैंग होना
4️⃣ ऐप्स में अनयूजुअल एक्टिविटी दिखना
5️⃣ डिवाइस का गर्म होना या डेटा का तेज़ी से खर्च होना
🛡️ Zero Click Hack से कैसे बचें? (बचाव के तरीके)
1️⃣ सभी ऐप्स को समय-समय पर अपडेट करें:
अपडेट्स में अक्सर सिक्योरिटी बग्स को फिक्स किया जाता है।
पुराने वर्जन में हैकर्स के लिए कमजोरियां ज़्यादा होती हैं।
2️⃣ अज्ञात स्रोतों से आए फाइल्स या मैसेज को न खोलें:
अनजान नंबर से आए लिंक या फाइल्स को इग्नोर करें।
3️⃣ फोन में सिक्योरिटी सेटिंग्स को स्ट्रॉन्ग करें:
टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन (2FA) का इस्तेमाल करें।
डिवाइस पर मजबूत पासवर्ड और PIN लगाएं।
4️⃣ फोन के अनयूजुअल बिहेवियर को नज़रअंदाज़ न करें:
कोई भी असामान्य बदलाव दिखे तो तुरंत किसी साइबर एक्सपर्ट से सलाह लें।
5️⃣ सिक्योरिटी ऐप्स इंस्टॉल करें:
ऐसे ऐप्स जो मैलवेयर और स्पाईवेयर को डिटेक्ट करते हैं, उन्हें इंस्टॉल करें।
🚨 क्या करें अगर आपका फोन हैक हो गया है?
तुरंत अपना इंटरनेट कनेक्शन डिस्कनेक्ट करें।
अपने सभी पासवर्ड बदलें।
फ़ोन को फ़ैक्ट्री रीसेट करने पर विचार करें।
साइबर क्राइम हेल्पलाइन या लोकल IT एक्सपर्ट से संपर्क करें।
📢 अंत में एक सलाह:
डिजिटल युग में सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। अपने डिवाइस को अपडेटेड रखें और किसी भी संदिग्ध एक्टिविटी पर तुरंत कार्रवाई करें। याद रखें, एक छोटी-सी लापरवाही आपके डेटा और निजी जानकारी के लिए बड़ा खतरा बन सकती है।
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