आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में हलचल तेज़ हो गई है। जहां एक ओर गूगल अपनी जेमिनी AI को और ज्यादा ताकतवर बनाने में जुटा है, वहीं अब एक नई और तेजी से उभरती कंपनी परप्लेक्सिटी (Perplexity) मैदान में उतर चुकी है। और हैरानी की बात ये है कि अब सैमसंग भी इसी दिशा में बड़ा दांव खेलने जा रहा है।
🤝 सैमसंग-परप्लेक्सिटी की हो सकती है बड़ी डील!
ईटी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सैमसंग और परप्लेक्सिटी के बीच एक महत्वपूर्ण साझेदारी की बातचीत चल रही है। अगर यह डील फाइनल हो जाती है, तो आने वाले सैमसंग स्मार्टफोन्स में परप्लेक्सिटी का AI असिस्टेंट पहले से इंस्टॉल मिलेगा।
यह AI सैमसंग ब्राउज़र और वॉइस असिस्टेंट बिक्सबी में एकीकृत किया जा सकता है।
इससे बिक्सबी पहले से कहीं ज्यादा स्मार्ट, तेज़ और उपयोगी हो जाएगा।
🧠 AI-बेस्ड नया ऑपरेटिंग सिस्टम?
कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, सैमसंग और परप्लेक्सिटी मिलकर एक AI-आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) पर भी काम कर सकते हैं। अगर ऐसा हुआ, तो यह गूगल एंड्रॉइड को सीधी चुनौती देगा — और मोबाइल टेक्नोलॉजी में एक नया अध्याय शुरू हो सकता है।
📱 मोटोरोला भी परप्लेक्सिटी के साथ!
परप्लेक्सिटी पहले ही मोटोरोला के साथ साझेदारी कर चुकी है। मोटो के नए फोन्स में यूजर्स को गूगल जेमिनी और परप्लेक्सिटी दोनों AI का विकल्प मिलेगा। इससे यूजर खुद तय कर पाएंगे कि उन्हें किस AI के साथ काम करना है।
🌟 चेन्नई के युवा की कमान में परप्लेक्सिटी
परप्लेक्सिटी को लीड कर रहे हैं अरविंद श्रीनिवास, जो चेन्नई के रहने वाले हैं। उन्होंने IIT मद्रास से पढ़ाई की और फिर University of California से पीएचडी की। आज वो एक ऐसी AI कंपनी के सीईओ हैं, जो गूगल को सीधी चुनौती दे रही है।
🔮 टेक्नोलॉजी की दिशा बदलने वाली साझेदारी?
सैमसंग और परप्लेक्सिटी की यह साझेदारी सिर्फ दो कंपनियों का गठजोड़ नहीं, बल्कि एक नई टेक्नोलॉजी रेस की शुरुआत है। अब देखना होगा – क्या गूगल अपने वर्चस्व को बचा पाएगा, या फिर परप्लेक्सिटी नई लकीर खींचेगी?
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