भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल ने पटियाला के श्री काली माता मंदिर में की पूजा-अर्चना, मंदिर के कायाकल्प की घोषणा

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री व आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज पटियाला में स्थित प्रसिद्ध श्री काली माता मंदिर में माथा टेका और राज्य की शांति, समृद्धि व विकास के लिए प्रार्थना की। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में मंदिर के कायाकल्प की योजना का भी ऐलान किया।

दोनों नेताओं ने बताया कि पिछले 30 वर्षों से सूखे पड़े मंदिर के सरोवर को ताजा पानी भरकर पुनर्जीवित किया जाएगा। इसके साथ ही सरोवर की मिट्टी निकालने, वाटरप्रूफिंग करने, किनारों पर पत्थर लगाने और रास्तों को और आकर्षक बनाने का काम होगा।

उन्होंने कहा कि मंदिर के पुराने गेट को, जो श्रद्धालुओं के लिए अतिरिक्त प्रवेश द्वार था, फिर से खोला जाएगा और इसका भी नवीनीकरण किया जाएगा। मंदिर के सभी प्रवेश द्वारों को वास्तुशिल्प अनुरूप सजाया जाएगा ताकि श्रद्धालुओं की आवाजाही सुगम हो सके।

भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि सिख और हिंदू परंपराओं का सम्मान करते हुए, मंदिर में रोजाना लंगर सेवा शुरू की जाएगी, खासकर दूर से आने वाले और आर्थिक रूप से कमजोर श्रद्धालुओं के लिए। उन्होंने कहा कि शहरी और धार्मिक विशेषज्ञों की मदद से मंदिर परिसर के विकास, विरासत संरक्षण, स्वच्छता, पार्किंग और यातायात के बेहतर प्रबंधन के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा।

मंदिर परिसर में बुजुर्ग, बच्चों वाली महिलाएं और दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए आरामदायक एयर-कंडीशंड हॉल का भी निर्माण किया जाएगा ताकि उन्हें मौसम की चुनौतियों से राहत मिल सके।

दोनों नेताओं ने बताया कि मंदिर का महत्व इस बात से भी समझा जा सकता है कि प्रतिदिन लगभग 25,000 श्रद्धालु यहाँ आते हैं, जबकि शनिवार को संख्या एक लाख के करीब पहुंच जाती है और नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की संख्या 1.5 लाख तक होती है।

उन्होंने कहा कि पटियाला के इस ऐतिहासिक और प्रतिष्ठित मंदिर में काली माता की छह फुट ऊंची मूर्ति और बंगाल की पावन ज्योत स्थापित है। मंदिर परिसर में शक्ति के रूप श्री राज राजेश्वरी जी का भी प्राचीन मंदिर है, जो इस स्थान की आध्यात्मिक और वास्तुशिल्प विशिष्टता को दर्शाता है।

भगवंत सिंह मान और अरविंद केजरीवाल ने कहा कि यह सरकार की जिम्मेदारी है कि वह हमारी सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखे और युवा पीढ़ी को हमारे गौरवशाली अतीत से परिचित कराए।

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