अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फिर से विवादित बयान देकर सुर्खियों में आ गए हैं। शनिवार को वेस्ट प्वाइंट मिलिट्री अकादमी के दीक्षांत समारोह में दिए गए अपने भाषण में ट्रंप ने रूस और पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के बीच संबंधों को लेकर एक बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने हाइपरसोनिक मिसाइल विकसित की थी, लेकिन यह तकनीक रूस ने चुरा ली। ट्रंप ने सीधे तौर पर आरोप लगाया कि पूर्व राष्ट्रपति ओबामा ने रूस को यह तकनीक सौंप दी।
ट्रंप का विवादित बयान और अधिकारियों की प्रतिक्रिया
ट्रंप के इस बयान को समारोह में खास ध्यान नहीं मिला, लेकिन एक अधिकारी ने बताया कि यह उन्हें चौंकाने वाला था। ट्रंप ने पहले भी इस मामले में कहा था, “रूस ने हमारा डिजाइन चुरा लिया है। यह हमें किसी न किसी ने दिया है।” उन्होंने फॉक्स न्यूज़ को बताया कि वे उम्मीद करते हैं कि अमेरिका के पास जल्द ही और भी बेहतर सुपर-हाइपरसोनिक मिसाइलें होंगी, जिन्हें जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।
ट्रांसजेंडर नीति और सेना में विविधता पर भी निशाना
ट्रंप के भाषण में सेना की विविधता, समानता और समावेशन नीतियों पर भी तीखी टिप्पणियां शामिल रहीं। उन्होंने अपने पूर्ववर्तियों की कड़ी आलोचना की और ट्रांसजेंडर लोगों के प्रति अपनी आलोचनात्मक सोच जाहिर की। यह भाषण ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के बाद उनका पहला कमांडर-इन-चीफ भाषण था, जिसमें उन्होंने अपने विरोधियों पर जमकर निशाना साधा।
सेना के मेजर की प्रतिक्रिया
एक सेना के मेजर, जिन्होंने नाम न छापने की शर्त पर बात की, ने कहा कि ट्रंप का भाषण निश्चित रूप से उन्हें चौंकाने वाला था, लेकिन चूंकि यह उनका पहला कमांडर-इन-चीफ भाषण था, इसलिए तुलना करना मुश्किल है। मेजर ने यह भी बताया कि ट्रंप ने इस भाषण में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी हमला किया।
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