भारत में जल्द ही WiFi 6 टेक्नोलॉजी की शुरुआत होने वाली है। सरकार ने टेक कंपनियों की वर्षों पुरानी मांग को मानते हुए 6GHz स्पेक्ट्रम बैंड को डिलाइसेंसिंग के तहत लाने का फैसला किया है। 16 मई, 2025 को जारी राजपत्र अधिसूचना के अनुसार, इस बैंड से संबंधित नियमों का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है। इससे अब देश में सुपरफास्ट ब्रॉडबैंड इंटरनेट और बेहतर वायरलेस कनेक्टिविटी की राह खुल गई है।
क्या है 6GHz स्पेक्ट्रम का फायदा?
6GHz बैंड WiFi 6 और WiFi 6E जैसी आधुनिक वायरलेस तकनीकों के लिए बेहद जरूरी है। मौजूदा समय में भारत में केवल 2.4GHz और 5GHz बैंड का ही उपयोग किया जाता है। जबकि 6GHz पर आधारित WiFi 6 टेक्नोलॉजी से 2Gbps तक की स्पीड मिल सकती है, जो मौजूदा 1Gbps से दोगुनी है। इसका कवरेज एरिया भी ज्यादा होता है, जिससे नेटवर्क कनेक्टिविटी ज्यादा स्थिर और फास्ट रहती है — खासकर गेमिंग और स्ट्रीमिंग जैसी हाई-स्पीड जरूरतों के लिए।
सरकार का बड़ा कदम
सरकार के ड्राफ्ट नोटिफिकेशन के मुताबिक, 5925 MHz से 6425 MHz के बीच की फ्रीक्वेंसी को कम पावर और अल्ट्रा-लो पावर वायरलेस एक्सेस डिवाइसेज के लिए लाइसेंस-फ्री कर दिया जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि अब इस रेंज में काम करने वाले डिवाइस बिना किसी सरकारी अनुमति के काम कर सकेंगे।
हालांकि, इस बैंड का इस्तेमाल तेल रिग्स, लैंड व्हीकल्स, नावों, एयरक्राफ्ट (10,000 फीट से नीचे), और ड्रोन या मानव रहित हवाई सिस्टम में प्रतिबंधित रहेगा।
टेक इंडस्ट्री ने किया स्वागत
ब्रॉडबैंड इंडिया फोरम (BIF) ने सरकार से यह मांग लंबे समय से की थी। BIF के मुताबिक, WiFi 6 के इस्तेमाल में देरी से कंपनियों को हर साल ₹12.7 लाख करोड़ तक का नुकसान हो रहा था। इस संगठन में Meta, Google, Amazon, Microsoft, Cisco जैसी दिग्गज कंपनियों के साथ OneWeb, Tata Nalco और Hughes जैसी सैटेलाइट कंपनियां भी शामिल हैं।
BIF का कहना है कि नए जमाने के डिवाइस जैसे Meta Ray-Ban स्मार्ट ग्लास, Sony PS5, और AR/VR हेडसेट्स को बेहतर डिजिटल एक्सपीरियंस देने के लिए 6GHz बैंड की सख्त जरूरत है।
क्या कहते हैं टेक्नोलॉजी एक्सपर्ट?
6GHz एक रेडियो वेव बैंड है, जो ओवर-द-एयर डेटा ट्रांसमिशन के लिए इस्तेमाल होता है। WiFi 6E में यह बैंड कम इंटरफेरेंस, ज्यादा स्पीड और बेहतर परफॉर्मेंस देता है। इससे न केवल इंटरनेट की स्पीड बढ़ेगी, बल्कि भीड़भाड़ वाले नेटवर्क में भी कनेक्शन मजबूत रहेगा।
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