आईपीएल 2025 मेगा ऑक्शन में लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के मालिक संजीव गोयनका ने सबको चौंकाते हुए ऋषभ पंत पर 27 करोड़ रुपये लुटा दिए। पंत को इस भारी-भरकम रकम में खरीदकर LSG ने उन्हें कप्तानी तक सौंप दी और उम्मीद की गई कि यह विकेटकीपर-बल्लेबाज टीम की तकदीर बदल देगा। लेकिन मैदान पर नतीजा कुछ और ही देखने को मिला।
बढ़ी उम्मीदें, लेकिन नतीजा रहा फीका
ऋषभ पंत से हर किसी को उम्मीद थी कि वह बल्ले से धमाल करेंगे और कप्तान के तौर पर टीम को नई ऊंचाई देंगे। लेकिन 12 मैचों में सिर्फ 135 रन और महज एक अर्धशतक, वो भी 12 के औसत और 100 से नीचे के स्ट्राइक रेट के साथ — ये आँकड़े किसी युवा खिलाड़ी के नहीं, आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे खिलाड़ी के हैं।
हैदराबाद के खिलाफ मैच में टूटी आखिरी उम्मीद
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मुकाबले में जब पंत से एक बड़ी पारी की उम्मीद थी, तब वो सिर्फ 6 गेंदों में 7 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। आउट होते ही संजीव गोयनका के चेहरे का गुस्सा साफ दिखा, और वे बालकनी छोड़कर बाहर चले गए। यही नहीं, इस हार के साथ ही लखनऊ की प्लेऑफ की उम्मीदें भी खत्म हो गईं।
‘27 करोड़ की चूक’ बन गए ऋषभ पंत?
गोयनका ने जिस खिलाड़ी पर सबसे ज्यादा भरोसा जताया, वो लगातार असफल साबित हुआ। पंत का प्रदर्शन बतौर कप्तान और बल्लेबाज, दोनों ही स्तर पर निराशाजनक रहा। अब सोशल मीडिया से लेकर क्रिकेट गलियारों तक यही सवाल है — क्या LSG ने सबसे बड़ा दांव गलत खिलाड़ी पर खेल दिया?
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