गर्मियों में फूड पॉइजनिंग से बचने के 5 आसान उपाय

गर्मियों में बढ़ती हुई गर्मी के कारण कई सेहत संबंधी परेशानियां होती हैं, जिनमें डायरिया, हीट स्ट्रोक, उल्टियां, बेहोशी और फूड पॉइजनिंग शामिल हैं। दरअसल, जब टेंपरेचर बढ़ता है, तो बैक्टीरिया और माइक्रोऑर्गनिज़्म तेजी से फैलने लगते हैं, जो खाने को संक्रमित कर सकते हैं। खासकर बाहर का खाना और गंदा पानी, फूड पॉइजनिंग का कारण बन सकते हैं। यह समस्या खासतौर पर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों को परेशान करती है।

फूड पॉइजनिंग के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया
फूड पॉइजनिंग के ज्यादातर मामलों में ई. कोलाई बैक्टीरिया पाया जाता है, जो खून, किडनी और नर्वस सिस्टम पर असर डाल सकता है। इसके अलावा, सालमोनेला, स्टेफाइलोकोकाई और क्लॉस्ट्रिडियम बोट्यूलियम जैसे बैक्टीरिया भी खाने को संक्रमित कर सकते हैं। खासकर क्लॉस्ट्रिडियम बोट्यूलियम से होने वाला इन्फेक्शन बहुत खतरनाक हो सकता है।

फूड पॉइजनिंग के लक्षण

पेट में तेज दर्द और ऐंठन

डायरिया

सिरदर्द, चक्कर, जी मिचलाना और उल्टियां

बुखार और ठंड लगना

आंखों के सामने धुंधलापन

बेहोशी

फूड पॉइजनिंग होने के कारण

बैक्टीरिया और वायरस: जैसे साल्मोनेला और ई. कोलाई बैक्टीरिया, और नोरोवायरस या हेपेटाइटिस ए जैसे वायरस।

गलत तापमान पर खाना स्टोर करना: अगर खाना उचित तापमान पर नहीं रखा जाता तो बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं।

खराब सफाई: गंदे हाथों, बर्तनों, या साफ पानी के बिना खाना पकाना।

कच्चा या अधपका खाना: कच्चा मांस, कच्ची मछली (सुशी), या अधपका अंडा खाने से बैक्टीरिया संक्रमण हो सकता है।

एक्सपायर्ड फूड: एक्सपायर हो चुके या दूषित खाद्य पदार्थों का सेवन।

फूड पॉइजनिंग से बचाव के उपाय

साफ-सफाई का ध्यान रखें: खाना बनाने से पहले और बाद में हाथ अच्छे से धोएं, बर्तन और सामान को साफ रखें।

खाना अच्छी तरह से पकाएं: खासतौर से मांस, मछली और अंडों को अच्छे से पकाएं।

खाना अलग-अलग रखें: कच्चे और पके हुए खाने को अलग-अलग रखें।

पानी और फूड की गुणवत्ता पर ध्यान दें: साफ पानी पिएं और खाद्य सामग्री को अच्छे से धोकर खाएं।

बाहर के खाने से बचें: बाहर का खाना खाते समय सफाई का ध्यान रखें, खासकर स्ट्रीट फूड से बचें यदि वहां सफाई की कमी हो।

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