क्या आप रेगुलर मल्टीविटामिन ले रहे हैं? क्या होगा अगर हम आपको यह बताएं कि ये मल्टीविटामिन फायदे से ज्यादा नुकसान कर सकते हैं? एक नेचुरोपैथी डॉक्टर, जेनिन बॉरिंग ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे नकली विटामिन आपको मोटा बना सकते हैं। आपने सुना होगा कि बाजार में मिलने वाले ज्यादातर विटामिन आर्टिफिशियल होते हैं और इनमें पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। नकली बी विटामिन और मल्टीविटामिन इसके बेहतरीन उदाहरण हैं।
नकली विटामिनों का वजन बढ़ाने से संबंध
नकली विटामिनों को वजन बढ़ाने से जोड़ा गया है, हालांकि इसके कारणों को लेकर सीमित जानकारी है। असली विटामिनों की तुलना में नकली विटामिनों में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जो मेटाबॉलिज्म और ओवरऑल हेल्थ पर असर डाल सकते हैं, और यही कारण है कि यह वजन बढ़ाने में सहायक हो सकते हैं।
बाजार में नकली विटामिनों का प्रचलन
नकली विटामिनों का ट्रेंड क्षेत्र और बाजार के अनुसार भिन्न है। WHO के अनुसार, विटामिन सहित नकली मेडिकल प्रोडक्ट्स ग्लोबल लेवल पर एक गंभीर समस्या बन गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कम और मध्यम आय वाले देशों में लगभग 10% दवाएं नकली होती हैं, और यह समस्या उच्च आय वाले देशों में भी मौजूद है। विटामिन और डाइट सप्लीमेंट्स के बाजार में कड़े नियमों की कमी के कारण यह मुद्दा और भी बढ़ जाता है।
“नकली” विटामिन क्या होते हैं?
नकली प्रोडक्ट्स – असली उत्पादों की नकल, जो कली ब्रांडिंग और पैकेजिंग के साथ आते हैं।
घटिया प्रोडक्ट्स – ऐसे उत्पाद जो गुणवत्ता में कमी रखते हैं और आवश्यक मानकों को पूरा नहीं करते।
मिलावटी प्रोडक्ट्स – असली विटामिन, जिनमें सामग्री जोड़कर या बदलकर छेड़छाड़ की गई हो।
गलत लेबल वाले प्रोडक्ट्स – ऐसे उत्पाद जो अपनी सामग्री या खुराक को सही तरीके से सूचीबद्ध नहीं करते।
नकली विटामिन के सेवन से होने वाले खतरे
नकली विटामिनों का सेवन स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव डाल सकता है, जैसे:
इम्यूनिटी में कमी
हड्डियों की सेहत पर असर
एनीमिया जैसी समस्याएं
नकली विटामिन की पहचान कैसे करें?
सर्टिफिकेशन की जांच करें – USP (यूनाइटेड स्टेट्स फार्माकोपिया) या NSF (नेशनल सैनिटेशन फ़ाउंडेशन) जैसे तीसरे पक्ष के प्रमाणपत्र देखें।
पैकेजिंग की जांच करें – पैकेजिंग पर छेड़छाड़ या खराब प्रिंटिंग का ध्यान रखें।
सोर्स चेक करें – विटामिन को सीधे निर्माता की वेबसाइट से खरीदें।
लेबल की जांच करें – सभी सामग्री और खुराक को लेबल पर साफ तरीके से सूचीबद्ध होना चाहिए।
निर्माता की रिसर्च करें – निर्माता की प्रतिष्ठा और उत्पाद की प्रामाणिकता की जांच करें।
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