डिप्रेशन को नजरअंदाज न करें, पहचानें ये 5 बड़े संकेत

डिप्रेशन एक गंभीर मानसिक स्थिति है, जो न केवल व्यक्ति को अंदर से तोड़ देती है, बल्कि उसके परिवार और आसपास के लोगों पर भी गहरा असर डालती है। अगर समय पर इलाज न मिले, तो स्थिति इतनी बिगड़ सकती है कि मरीज को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ जाए। इसलिए डिप्रेशन की शुरुआत में ही इसके लक्षणों को पहचानना और समय रहते समाधान करना बेहद ज़रूरी है।

डिप्रेशन को पहचानने के 5 अहम संकेत
लगातार निराश रहना
जब कोई व्यक्ति हर ओर से मायूसी महसूस करता है और कोई खुशी की खबर नहीं मिलती, तो वह धीरे-धीरे निराशा में डूबने लगता है। यह निराशा अगर लंबे समय तक बनी रहे, तो यह डिप्रेशन का संकेत हो सकता है।

पसंदीदा चीजों से दूरी बनाना
अगर आपको पहले जिन चीजों में खुशी मिलती थी और अब आप उनसे धीरे-धीरे दूर होते जा रहे हैं, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। यह संकेत है कि आप किसी गहरे मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं।

बिना वजह गुस्सा आना
छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करना, चिल्लाना, चीजें फेंकना – ये सभी संकेत डिप्रेशन से जुड़े हो सकते हैं। मूड में अचानक बदलाव भी इसी का हिस्सा हो सकता है।

खुद को बेकार समझना
जब व्यक्ति बार-बार खुद को नाकाम, असफल और बेकार महसूस करता है और अकेले बैठा रहता है, तो यह भी डिप्रेशन की गंभीर स्थिति दर्शाता है।

थकान और सिरदर्द
अगर बिना कोई शारीरिक मेहनत किए लगातार थकान महसूस हो रही है, सिरदर्द बना रहता है, नींद बहुत ज्यादा आती है या बिल्कुल नहीं आती, तो यह भी मानसिक परेशानी का संकेत हो सकता है। साथ ही घबराहट और बेचैनी भी बढ़ जाती है।

डिप्रेशन से बाहर आने के आसान उपाय
किसी मनोचिकित्सक से संपर्क करें।

खुद को अकेला न छोड़ें, दोस्तों या परिवार के साथ समय बिताएं।

काम से कुछ दिन छुट्टी लेकर घूमने जाएं।

रोजाना योग और एक्सरसाइज करें।

कॉमेडी फिल्में या वीडियो देखें, हंसना बेहद ज़रूरी है।

प्रकृति के पास जाएं – पार्क, पहाड़, झील, जो भी संभव हो।

अपने पसंदीदा शौक जैसे पेंटिंग, गाना, डांस आदि में समय बिताएं।

बचपन के दोस्तों से मिलें और पुरानी यादें ताजा करें।

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