गठिया (Arthritis) को अक्सर एक उम्र से जुड़ी बीमारी माना जाता है, लेकिन आज की बदलती जीवनशैली और खानपान के कारण यह रोग अब युवाओं को भी तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है। बैठने का अधिक समय, शारीरिक गतिविधियों की कमी और मोटापा इसके प्रमुख कारण बनते जा रहे हैं।
अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए, तो यह न केवल जोड़ों में दर्द और सूजन का कारण बनता है, बल्कि चलने-फिरने में परेशानी भी खड़ी कर सकता है। अच्छी बात यह है कि कुछ घरेलू उपायों और सावधानियों के जरिए इस दर्द से काफी हद तक राहत पाई जा सकती है।
गठिया के लक्षण क्या हैं?
- जोड़ों में लगातार दर्द
- सुबह उठते समय जकड़न
- चलने या सीढ़ियाँ चढ़ने में तकलीफ
- जोड़ों में सूजन और गर्माहट
- हलकी-सी गतिविधि के बाद थकान
गठिया के पीछे कारण
- अनियमित खानपान
- मोटापा
- शारीरिक गतिविधियों की कमी
- बार-बार चोट लगना
- आनुवांशिक कारण
घर पर गठिया दर्द से राहत के आसान उपाय
1. हल्दी और दूध का सेवन
हल्दी में मौजूद करक्यूमिन (Curcumin) में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। रोज रात को हल्दी वाला गुनगुना दूध पीने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है।
2. गुनगुने पानी से सिंकाई (Hot Compress)
गठिया वाले हिस्से पर दिन में 2-3 बार गर्म पानी से सिंकाई करने से सूजन और जकड़न में राहत मिलती है।
3. सरसों या तिल के तेल से मालिश
गठिया से प्रभावित जोड़ों पर सरसों या तिल के तेल को हल्का गर्म करके धीरे-धीरे मालिश करें। इससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और दर्द कम होता है।
4. संतुलित आहार लें
आहार में हरी सब्जियाँ, फल, ओमेगा-3 फैटी एसिड (जैसे अलसी के बीज, अखरोट, मछली) और विटामिन डी भरपूर मात्रा में शामिल करें। जंक फूड, शुगर और अत्यधिक नमक से बचें।
5. हल्की-फुल्की एक्सरसाइज़ और योग
रोजाना हल्की स्ट्रेचिंग, वॉक या योग जैसे भुजंगासन, वज्रासन करने से जोड़ों में लचीलापन बढ़ता है और दर्द घटता है।
6. पर्याप्त आराम और नींद
थकान और तनाव भी गठिया के लक्षणों को बढ़ा सकते हैं। इसलिए पूरी नींद लें और शरीर को आराम दें।
कब डॉक्टर से मिलें?
- जब दर्द और सूजन लंबे समय तक बनी रहे
- जोड़ों में अकड़न दिनभर बनी रहे
- चलना-फिरना मुश्किल हो जाए
- घरेलू उपायों से भी आराम न मिले
गठिया अब उम्र से जुड़ा रोग नहीं रहा। युवा वर्ग भी इसकी चपेट में आ रहा है, लेकिन यदि समय रहते इस पर ध्यान दिया जाए और कुछ घरेलू उपाय अपनाए जाएं, तो इससे काफी हद तक राहत मिल सकती है। सही आहार, नियमित व्यायाम और जीवनशैली में सुधार से जोड़ों को स्वस्थ बनाए रखना संभव है।