इजराइल की आक्रमकता का नया अध्याय: 57 दिनों की शांति तोड़ी, गाज़ा में मची तबाही

इजराइल ने गाज़ा में 57 दिनों की शांति के बाद फिर से खूनी खेल शुरू कर दिए हैं। सोमवार को शुरू हुए हमलों में, सीजफायर तोड़ते ही पहले ही दिन 200 से अधिक फिलिस्तीनी लोगों की जान ले ली गई। इस हिंसात्मक कार्रवाई में हमास मंत्री से लेकर एक वरिष्ठ ब्रिगेडियर तक शामिल हैं।

मुख्य घटनाक्रम:

चौंकाने वाला हमलाबाजी:
शुरुआती रिपोर्ट्स के अनुसार, गाज़ा में आंतरिक और राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्रालय के संगठन एवं प्रशासन के प्रमुख, साथ ही हमास के वरिष्ठ अधिकारी ब्रिगेडियर बहजत हसन अबू सुल्तान और उप आंतरिक मंत्री जनरल महमूद अबू वत्फा की भी इस हमले में मौत हो गई है।
सीजफायर की विफलता:
इजराइल ने 42 दिनों के पहले चरण के बाद दूसरे चरण की सीजफायर शर्तों को मानने से इनकार कर दिया था। इसके बाद सीजफायर के लिए पुनः बातचीत शुरू हुई, लेकिन शांति वार्ता फैलने के बाद गाज़ा में फिर से हमले शुरू कर दिए गए हैं।
खतरनाक हमले:
पिछले 15 महीनों में हुए भीषण हमलों के मुकाबले, इस बार के हमले पहले ही दिन हमास के दो वरिष्ठ अधिकारियों को मार गिरा रहे हैं, जिससे इजराइल के बमबारी के इरादों की गंभीरता साफ दिखाई दे रही है।
भयंकर हानि:
7 अक्टूबर के बाद से गाज़ा पर इजराइल के हमलों की शुरुआत के बाद अब तक लगभग 50,000 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। वहीं, उसी दिन हुए हमलों में लगभग 1200 इजराइली भी शहीद हो गए थे।

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