Meta AI का बड़ा अपडेट: Facebook, Instagram और WhatsApp से होगा गहरा इंटीग्रेशन

मेटा अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट Meta AI को एक अलग ऐप के रूप में लॉन्च करने की योजना बना रही है। सितंबर 2023 में मेटा ने अपना जनरेटिव AI-पावर्ड असिस्टेंट पेश किया था, जिसे Facebook, Instagram, WhatsApp और Messenger में इंटीग्रेट किया गया था। यह चैटबॉट यूजर्स को सवालों के जवाब देने, इमेज बनाने और प्रोम्प्ट के आधार पर विभिन्न कार्य करने की सुविधा देता है।

अब मेटा ने Facebook, Instagram, WhatsApp और Messenger के सर्च बार को Meta AI से रिप्लेस कर दिया है, जिससे यह इन सभी प्लेटफॉर्म्स का एक केंद्रीय फीचर बन गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी अपने AI असिस्टेंट की पहुँच बढ़ाने और अधिक पर्सनलाइज्ड एक्सपीरियंस देने के लिए इसे एक अलग ऐप के रूप में लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। इसका मकसद OpenAI और Google जैसी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा करना है।

मार्क जुकरबर्ग का मास्टरप्लान: AI में बढ़त बनाने की रणनीति
टेक दिग्गज मेटा, अपने मौजूदा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के साथ-साथ एक अलग ऐप के रूप में Meta AI लॉन्च करने की योजना बना रही है। CNBC की रिपोर्ट के अनुसार, यह नया ऐप 2025 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) के बीच लॉन्च किया जा सकता है।

Meta AI को एक स्वतंत्र ऐप के रूप में लाने का फैसला, मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग की 2025 के अंत तक AI क्षेत्र में अग्रणी बनने की रणनीति का हिस्सा है। मेटा ने OpenAI के ChatGPT और गूगल के Gemini को अपने सबसे बड़े प्रतिद्वंद्वी के रूप में चिन्हित किया है, क्योंकि ये पहले से ही स्वतंत्र ऐप के रूप में उपलब्ध हैं।

Meta AI का प्रीमियम वर्जन होगा पेड, जल्द होगी कमाई की शुरुआत
मेटा जल्द ही अपने AI टूल से कमाई करने की योजना बना रही है। जिस तरह OpenAI और Microsoft अपने AI टूल्स के प्रीमियम वर्जन पेश करते हैं, उसी तरह Meta भी एक पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस की टेस्टिंग कर रही है।

कंपनी की CFO सुसान ली ने अर्निंग कॉल के दौरान संकेत दिया कि भविष्य में पेड रिकमेंडेशंस और प्रीमियम फीचर्स के जरिए कमाई की संभावनाएं काफी ज्यादा हैं। इसका मतलब है कि आने वाले समय में यूजर्स को Meta AI के कुछ एक्सक्लूसिव फीचर्स का इस्तेमाल करने के लिए शुल्क देना पड़ सकता है।

मेटा की यह नई रणनीति, AI स्पेस में उसकी मजबूत पकड़ बनाने और अपने राजस्व को बढ़ाने का एक अहम कदम साबित हो सकती है। अब देखना यह होगा कि Meta AI का यह नया स्वतंत्र ऐप यूजर्स को कितना पसंद आता है और OpenAI व Google से मुकाबले में कितनी सफलता हासिल करता है!

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