लौकी का जूस से करें यूरिक एसिड कंट्रोल – जानिए सही सेवन का तरीका!

यूरिक एसिड बढ़ना आजकल एक आम समस्या बन गई है, जो गठिया (अरथराइटिस), जोड़ों के दर्द और किडनी से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकती है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि लौकी का जूस यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में बेहद प्रभावी साबित हो सकता है। इसमें मौजूद फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और डिटॉक्सिफाइंग गुण शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करते हैं।

आइए जानते हैं कि लौकी का जूस यूरिक एसिड कंट्रोल करने में कैसे मदद करता है और इसे सही तरीके से कैसे पिया जाए।

कैसे करता है लौकी का जूस यूरिक एसिड को कंट्रोल?

  1. शरीर को डिटॉक्स करता है
    लौकी का जूस प्राकृतिक रूप से शरीर को डिटॉक्स करने का काम करता है। यह किडनी को स्वस्थ रखता है और यूरिक एसिड को बाहर निकालने में मदद करता है।
  2. अल्कलाइन नेचर के कारण फायदेमंद
    लौकी का जूस शरीर के pH लेवल को बैलेंस करता है और इसे ज्यादा अल्कलाइन बनाता है, जिससे यूरिक एसिड जमने की संभावना कम होती है।
  3. प्यूरीन को कम करता है
    बढ़ा हुआ यूरिक एसिड आमतौर पर अधिक प्यूरीन (Purine) वाली डाइट के कारण होता है। लौकी लो-प्यूरीन फूड है, जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में सहायक होता है।
  4. पाचन को सुधारता है
    लौकी का जूस पाचन को बेहतर बनाता है, जिससे शरीर में अम्लीय पदार्थ कम बनते हैं और यूरिक एसिड का स्तर संतुलित रहता है।
  5. जोड़ों के दर्द और सूजन से राहत देता है
    यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में सूजन और दर्द की समस्या हो सकती है। लौकी में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

लौकी का जूस पीने का सही तरीका

  • ताजी लौकी का ही इस्तेमाल करें। हल्की हरी और न ज्यादा पकी लौकी लें।
  • जूस बनाने से पहले लौकी का स्वाद जरूर चेक करें। कड़वी लौकी का सेवन न करें, यह नुकसानदायक हो सकता है।
  • सुबह खाली पेट पीना सबसे फायदेमंद होता है।
  • एक गिलास (150-200ml) जूस पर्याप्त है।
  • स्वाद और पोषण बढ़ाने के लिए इसमें नींबू, पुदीना या अदरक मिला सकते हैं।

इस एक बात का रखें खास ध्यान!

अगर आपकी लौकी कड़वी है, तो इसका जूस बिल्कुल न पिएं। कड़वी लौकी में टॉक्सिन होते हैं, जो पेट खराब, उल्टी और गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं पैदा कर सकते हैं।

लौकी का जूस एक प्राकृतिक और असरदार उपाय है, जो यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करता है। सही तरीके और सही मात्रा में इसका सेवन करने से आप यूरिक एसिड से जुड़ी समस्याओं से राहत पा सकते हैं और अपने शरीर को डिटॉक्स भी कर सकते हैं। अगर आपको कोई पुरानी बीमारी है या दवा ले रहे हैं, तो इसे अपनी डाइट में शामिल करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।