अगर आपको अक्सर शरीर में झुनझुनी, सुन्नपन या कमजोरी महसूस होती है, तो इसका कारण नसों की कमजोरी हो सकता है। नसें ही हमारे शरीर के हर हिस्से तक पोषक तत्व और ऑक्सीजन पहुंचाने का काम करती हैं। लेकिन अगर वे कमजोर हो जाएं, तो मांसपेशियां भी कमजोर और ढीली पड़ने लगती हैं।
अगर आप नसों और मांसपेशियों को मजबूत बनाना चाहते हैं, तो यह पावरफुल जूस आपकी सेहत में चमत्कारी बदलाव ला सकता है! आइए जानते हैं इस जूस के फायदे और इसे बनाने का सही तरीका।
कैसे काम करता है यह जूस?
नसों को मजबूती देता है – इस जूस में मौजूद विटामिन B12, मैग्नीशियम और ओमेगा-3 फैटी एसिड नसों की मरम्मत करते हैं और उन्हें मजबूत बनाते हैं।
मांसपेशियों में ताकत लाता है – यह जूस प्रोटीन और मिनरल्स से भरपूर होता है, जो मसल्स ग्रोथ और रिकवरी में मदद करता है।
ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है – इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स और आयरन शरीर में रक्त संचार को सुधारते हैं, जिससे नसों तक ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर होती है।
थकान और कमजोरी दूर करता है – यह जूस शरीर में एनर्जी बूस्ट करता है और दिनभर आपको फ्रेश और एक्टिव बनाए रखता है।
जूस बनाने के लिए जरूरी सामग्री
गाजर – 2 (विटामिन A और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर)
संतरा – 1 (विटामिन C जो नसों को हेल्दी रखता है)
पालक – 1 कप (आयरन और मैग्नीशियम से भरपूर)
नारियल पानी – 1 कप (हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट्स के लिए)
भीगे हुए बादाम – 5-6 (विटामिन E और ओमेगा-3 फैटी एसिड के लिए)
जूस बनाने की विधि
गाजर, संतरा और पालक को अच्छे से धो लें।
सभी सामग्री को मिक्सी में डालें और नारियल पानी मिलाकर अच्छी तरह ब्लेंड करें।
इसे छानकर तुरंत पिएं या बिना छाने भी सेवन कर सकते हैं।
अधिक फायदा पाने के लिए इसे सुबह खाली पेट पिएं।
किसे नहीं पीना चाहिए?
अगर आपको किसी भी सामग्री से एलर्जी है, तो इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
लो ब्लड प्रेशर वाले लोग इसे कम मात्रा में लें, क्योंकि यह ब्लड प्रेशर को थोड़ा कम कर सकता है।
नतीजे कब तक दिखेंगे?
अगर आप रोज़ 15-20 दिन तक यह जूस पीते हैं, तो आपको अपनी नसों और मांसपेशियों में मजबूती का फर्क साफ महसूस होगा।