किडनी हमारे शरीर का एक अहम अंग है, जो खून को साफ करने और शरीर से विषैले तत्व बाहर निकालने का काम करता है। लेकिन जब किडनी में कैल्शियम, यूरिक एसिड और मिनरल्स जमा होकर ठोस रूप बना लेते हैं, तो उसे किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) कहा जाता है। शुरुआत में इसके लक्षण मामूली लग सकते हैं, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर यह गंभीर समस्या बन सकती है।
क्या है किडनी स्टोन?
किडनी स्टोन छोटी-छोटी कठोर जमावट होती हैं, जो कैल्शियम, ऑक्सालेट और यूरिक एसिड के अधिक जमाव के कारण बनती हैं। यह मूत्र मार्ग में अवरोध उत्पन्न कर सकती हैं, जिससे दर्द और अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
अगर दिखें ये 8 लक्षण, तो तुरंत सतर्क हो जाएं!
1. पेट या कमर के एक तरफ तेज दर्द
- अगर पेट, पीठ या कमर के एक तरफ लगातार तेज दर्द हो रहा है, तो यह किडनी स्टोन का सबसे आम लक्षण हो सकता है।
- दर्द अचानक तेज हो सकता है और समय-समय पर बढ़ता या घटता रहता है।
2. पेशाब में जलन या दर्द
- पेशाब करते समय जलन या चुभन महसूस होना किडनी में पथरी होने का संकेत हो सकता है।
- यह संक्रमण (UTI) का कारण भी बन सकता है।
3. पेशाब में खून आना
- अगर पेशाब में गुलाबी, लाल या भूरा रंग दिख रहा है, तो यह संकेत है कि स्टोन मूत्र नली में घर्षण कर रहा है।
- इसे हेमट्यूरिया कहा जाता है।
4. बार-बार पेशाब आने की इच्छा
- अगर आपको बार-बार पेशाब करने का मन करता है, लेकिन बहुत कम मात्रा में पेशाब निकलता है, तो यह किडनी स्टोन का संकेत हो सकता है।
- पेशाब में रुकावट या अधूरापन महसूस होना भी एक लक्षण है।
5. मतली और उल्टी आना
- किडनी में पथरी होने से मेटाबॉलिज्म प्रभावित होता है, जिससे मिचली और उल्टी की समस्या हो सकती है।
- यह दर्द की तीव्रता के कारण भी हो सकता है।
6. बदबूदार और गाढ़े रंग का पेशाब
- किडनी स्टोन के कारण पेशाब गाढ़ा पीला या भूरा हो सकता है।
- पेशाब से बदबू आना संक्रमण का संकेत हो सकता है।
7. बुखार और ठंड लगना
- अगर किडनी स्टोन के कारण संक्रमण हो गया है, तो हल्का बुखार, ठंड लगना और कमजोरी महसूस हो सकती है।
- यह गंभीर स्थिति हो सकती है और इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
8. पेशाब का प्रवाह अचानक रुक जाना
- किडनी स्टोन अगर मूत्र नली में फंस जाए, तो पेशाब का प्रवाह अचानक रुक सकता है।
- यह गंभीर स्थिति हो सकती है, जिसके लिए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
किडनी स्टोन होने के कारण
- कम पानी पीना – डिहाइड्रेशन से मूत्र में खनिजों का जमाव बढ़ जाता है।
- ज्यादा नमक और प्रोटीन वाली डाइट – ज्यादा नमक और रेड मीट किडनी स्टोन का खतरा बढ़ा सकते हैं।
- कैल्शियम और ऑक्सालेट की अधिकता – पालक, टमाटर, नट्स आदि में अधिक ऑक्सालेट होता है, जो पथरी बना सकता है।
- पारिवारिक इतिहास – अगर परिवार में किसी को किडनी स्टोन हुआ है, तो आपको भी खतरा हो सकता है।
कैसे करें बचाव?
रोज़ाना 8-10 गिलास पानी पिएं।
ऑक्सालेट और सोडियम युक्त खाने की मात्रा कम करें।
नियमित रूप से नींबू पानी या कोकोनट वॉटर लें, जो स्टोन बनने से रोक सकता है।
ज़्यादा मसालेदार और जंक फूड से बचें।
अगर आपको बार-बार स्टोन बनता है, तो डॉक्टर से चेकअप करवाएं।
अगर आपको उपरोक्त 8 लक्षणों में से कोई भी महसूस हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। किडनी स्टोन को शुरुआती चरण में ही नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे भयानक दर्द और सर्जरी से बचा जा सकता है।