DeepSeek AI, जिसने लॉन्चिंग के बाद जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की थी, अब गंभीर मुश्किलों में घिरता नजर आ रहा है। चीन के AI टूल पर दुनिया भरोसा करे या नहीं, यह बड़ा सवाल बन गया है। इसी चिंता के चलते इटली में DeepSeek को पूरी तरह ब्लॉक कर दिया गया है। इतना ही नहीं, Apple और Google ने इसे अपने-अपने ऐप स्टोर्स से हटा दिया है।
इसके अलावा, आयरलैंड के डेटा संरक्षण आयोग ने DeepSeek से आयरिश यूजर्स के डेटा प्रोसेसिंग के संबंध में भी जानकारी मांगी है।
डेटा सुरक्षा पर सवाल, यूरोप में शुरू हुई जांच
DeepSeek ने हाल ही में एक मुफ्त AI असिस्टेंट लॉन्च किया था, जिसके बारे में कहा जा रहा था कि यह कम डेटा का उपयोग करता है और कम लागत में बेहतर सेवा देता है। सोमवार तक इस AI असिस्टेंट ने Apple के एप स्टोर पर अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी ChatGPT को भी पीछे छोड़ दिया। इसकी लोकप्रियता के चलते टेक निवेशकों में हलचल मच गई, लेकिन अब यूरोपीय देशों में इसकी सुरक्षा और गोपनीयता को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
GDPR नियमों का उल्लंघन? इटली का कड़ा रुख
इतालवी डेटा रेगुलेटर के प्रमुख पास्क्वाले स्टैंजियोन ने समाचार एजेंसी ANSA को बताया—
“ऐप को हटाने की खबर कुछ ही घंटे पहले आई है, लेकिन यह कहना मुश्किल है कि यह हमारे आदेश का नतीजा है या नहीं। हम इस मामले की गहन जांच करेंगे कि क्या DeepSeek यूरोपीय GDPR (डेटा प्रोटेक्शन) नियमों का पालन कर रहा है या नहीं।”
इतालवी नियामक संस्था “गारांटे” ने मंगलवार को कहा कि वह यह स्पष्ट करना चाहता है कि—
✅ DeepSeek कौन-कौन सा व्यक्तिगत डेटा इकट्ठा करता है?
✅ किन स्रोतों से डेटा लिया जाता है और किस उद्देश्य से इस्तेमाल होता है?
✅ कानूनी रूप से इसका क्या आधार है और क्या यह डेटा चीन में संग्रहीत किया जाता है?
नाबालिगों की सुरक्षा और चुनावी हस्तक्षेप पर भी चिंता
स्टैंजियोन ने आगे कहा कि DeepSeek को 20 दिनों के भीतर इस मामले में जवाब देना होगा। उन्होंने यह भी बताया कि एप के नाबालिग उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा, पूर्वाग्रह से बचाव और चुनावों में हस्तक्षेप रोकने को लेकर भी नियामकों को स्पष्टीकरण चाहिए।
इटली के Apple स्टोर पर अब एक नोटिफिकेशन दिख रहा है, जिसमें लिखा है—
“यह एप आपके देश या क्षेत्र में वर्तमान में उपलब्ध नहीं है।”
वहीं, Google प्ले स्टोर पर भी यह संदेश दिखाया जा रहा है—
“डाउनलोड इटली में समर्थित नहीं है।”
DeepSeek की मुश्किलें बढ़ीं! आगे क्या होगा?
DeepSeek की बढ़ती लोकप्रियता के बीच यह बैन और डेटा सुरक्षा जांच एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। अगर अन्य यूरोपीय देश भी इटली की राह पर चलते हैं, तो DeepSeek की वैश्विक पकड़ कमजोर हो सकती है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कंपनी इन आरोपों का कैसे जवाब देती है और अपनी सेवाओं को जारी रखने के लिए क्या बदलाव करती है!
यह भी पढ़ें:
करण अर्जुन’ के सेट पर राकेश रोशन का सब्र टूटा, पत्नी को भी करना पड़ा बीच-बचाव