सर्दियों में जोड़ों के दर्द की समस्या आम हो जाती है, जिसका मुख्य कारण हड्डियों का कमजोर होना है। जोड़ों के दर्द के अन्य कारणों में ऑस्टियोआर्थराइटिस, गठिया, बर्साइटिस और कार्पल टनल सिंड्रोम जैसी बीमारियां शामिल हैं। सर्दी के मौसम में जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में अकड़न, ब्लड फ्लो में कमी और अन्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। इन समस्याओं में सबसे आम कारण गठिया है, जो सर्दियों में और भी बुरा असर डालता है। डॉ. प्रतीक गुप्ता, कंसल्टेंट ऑर्थोपेडिक, मणिपाल हॉस्पिटल गाजियाबाद ने जोड़ों के दर्द के शुरुआती लक्षणों को समझाया और कहा कि इन लक्षणों को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है।
जोड़ों के दर्द के शुरुआती संकेत:
जोड़ों में दर्द और सूजन:
गठिया के बढ़ने पर जोड़ों में सूजन और दर्द होने लगता है, और उस स्थान पर लालिमा भी दिखाई देती है।
जोड़ों से आवाज आना:
जब आप उठते या बैठते हैं, तो आपके जोड़ों से आवाज आ सकती है। यह गठिया की शुरुआत का संकेत हो सकता है।
जोड़ों में अकड़न:
घुटनों का सख्त होना और उनमें अकड़न महसूस होती है, खासकर जब आप ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं।
रूमेटाइड गठिया:
जोड़ों में दर्द, सूजन या अकड़न 6 महीने से ज्यादा समय तक बनी रहती है, तो यह रूमेटाइड गठिया का संकेत हो सकता है।
जोड़ों के आस-पास दर्द:
गठिया की शुरुआत में, जोड़ों के आसपास छूने पर दर्द महसूस होता है।
गठिया को कैसे कम करें?
वजन कंट्रोल करें:
वजन का गठिया और उससे होने वाले दर्द पर सीधा असर पड़ता है। इसलिए उम्र के हिसाब से शरीर का वजन कंट्रोल रखना जरूरी है। वजन बढ़ने से जोड़ों, खासकर घुटनों और कूल्हों पर दबाव डालता है।
एक्सरसाइज करें:
रोजाना थोड़ी-सी एक्सरसाइज से जोड़ों को एक्टिव रखा जा सकता है। एक्सरसाइज से मांसपेशियां मजबूत होती हैं और हड्डियों पर दबाव कम होता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल रखें:
बढ़ा हुआ ब्लड शुगर हड्डियों को कमजोर कर सकता है और जोड़ों में सूजन पैदा करने वाले प्रोटीन को बढ़ाता है, इसलिए इसे कंट्रोल में रखना जरूरी है।
इन आसान उपायों और शुरुआती संकेतों को पहचानकर आप जोड़ों के दर्द से राहत पा सकते हैं और गठिया की समस्याओं को नियंत्रित कर सकते हैं।
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