16 जनवरी को सैफ अली खान पर हुए हमले के बाद से इस केस में कई दावे किए गए हैं, लेकिन ज्यादातर झूठे साबित हुए। पहले खबर आई कि सैफ को अस्पताल उनके बेटे इब्राहिम लेकर गए थे। फिर डॉक्टर ने कहा कि सैफ तैमूर के साथ अस्पताल पहुंचे। इसके बाद एक नया दावा सामने आया कि सैफ को उनके करीबी दोस्त अफसर जैदी ने अस्पताल पहुंचाया। लेकिन अब यह दावा भी गलत निकला है।
ऑटो से पहुंचे थे सैफ अली खान
डॉक्टरों और ऑटो ड्राइवर के बयान से साफ हुआ कि हमले के बाद सैफ ऑटो से लीलावती अस्पताल पहुंचे थे। ऑटो ड्राइवर भजन सिंह राणा ने कहा कि उस वक्त ऑटो में तीन लोग थे- सैफ, एक बच्चा और एक महिला। सैफ ने अस्पताल में खुद चलकर एंट्री की थी।
अफसर जैदी ने सच्चाई बताई
जब अफसर जैदी को लेकर दावा किया गया कि उन्होंने सैफ को अस्पताल पहुंचाया, तो अफसर ने खुद इस बात को गलत बताया। उनका कहना है कि उन्हें 16 जनवरी की सुबह करीब 3:30 बजे सैफ की फैमिली से कॉल आया था। इसके बाद वह सुबह 4 बजे अस्पताल पहुंचे और सैफ के एडमिशन से जुड़े सारे औपचारिक कार्य पूरे किए।
मीडिया से बात न करने की गुजारिश
अफसर जैदी ने बताया कि सैफ और उनके परिवार ने उनसे अनुरोध किया है कि वह इस मामले पर मीडिया से बात न करें। हालांकि, अफसर ने स्पष्ट किया कि उस रात उन्होंने सैफ को अस्पताल तक नहीं पहुंचाया था, बल्कि बाद में पहुंचे और जरूरी प्रक्रियाएं पूरी कीं।
कौन सुलझाएगा यह गुत्थी?
सैफ अली खान के इस मामले में लगातार दावे और खंडन सामने आ रहे हैं। हर नई जानकारी मामले को और उलझा देती है। आखिर सैफ पर हमला कैसे हुआ और उस रात असली मददगार कौन था? इन सवालों के जवाब का इंतजार जारी है।
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