सर्दियों के मौसम में लापरवाही भारी पड़ सकती है। ठंड अपने साथ कई मौसमी बीमारियां लेकर आती है, जिनमें सर्दी-ज़ुकाम, फ़्लू, थ्रोट इंफेक्शन और निमोनिया आम हैं। लेकिन अगर बुखार 21 दिन से अधिक समय तक बना रहता है, तो यह एक्यूट फ्रेबाइल का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है, क्योंकि यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है।
क्या है एक्यूट फ्रेबाइल?
एक्यूट फ्रेबाइल एक प्रकार का संक्रमण है, जिसमें अचानक तेज ठंड लगने के बाद बुखार आता है और लंबे समय तक बना रहता है। यह फ्लू, डेंगू, मलेरिया और इंफ्लूएंजा जैसे संक्रमणों के कारण हो सकता है। इसके लक्षण सामान्य बुखार से मिलते-जुलते हैं, लेकिन अधिक गंभीर होते हैं।
एक्यूट फ्रेबाइल के लक्षण:
तेज सिरदर्द:
यह एक्यूट फ्रेबाइल का पहला और सबसे आम लक्षण है।
सिर में तेज दर्द होता है, जो दवा लेने के बाद भी कम नहीं होता।
यह सिरदर्द कई दिनों तक बना रह सकता है।
ठंड के साथ तेज बुखार:
मरीज को ठंड लगने के साथ तेज बुखार आता है।
दवा के बावजूद बुखार कम नहीं होता और सामान्य से अधिक होता है।
जोड़ों में दर्द:
घुटनों, कुल्हों और कलाई में तेज दर्द महसूस होता है।
दर्द के कारण चलने-फिरने में दिक्कत होती है।
थकान और कमजोरी:
इस बीमारी में व्यक्ति को अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होती है।
कुछ मामलों में मरीज इतना थकान महसूस करता है कि बिस्तर से उठना मुश्किल हो जाता है।
एक्यूट फ्रेबाइल के संभावित कारण:
वायरस और बैक्टीरिया का संक्रमण:
दूषित पानी और भोजन के कारण संक्रमण हो सकता है।
दवाओं के साइड इफेक्ट:
कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट से भी यह समस्या हो सकती है।
अन्य कारक:
भूख न लगना, उल्टी, और त्वचा पर चकत्ते आना।
डॉक्टर से कब संपर्क करें?
बुखार 21 दिन से अधिक समय तक बना रहे।
दवा के बावजूद सिरदर्द और बुखार में आराम न मिले।
जोड़ो में तेज दर्द और अत्यधिक थकान महसूस हो।
बचाव के उपाय:
ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें और शरीर को ठंडा न होने दें।
साफ-सफाई का ध्यान रखें और दूषित भोजन और पानी से बचें।
नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाएं।
संक्रमण के शुरुआती लक्षण दिखने पर तुरंत इलाज शुरू करें।
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