आजकल थायराइड (Thyroid) और वजन बढ़ना (Weight Gain) दोनों ही समस्याएं लोगों के बीच सामान्य हो गई हैं। थायराइड की समस्या शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित करती है, जिससे वजन बढ़ने, थकान, मूड स्विंग्स और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। हालांकि, दवाइयां इन समस्याओं का इलाज करती हैं, लेकिन योगा (Yoga) भी इन समस्याओं को नियंत्रित करने में एक प्रभावी और प्राकृतिक उपाय साबित हो सकता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे योगासन के बारे में जो थायराइड और वजन को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
1. सर्वांगासन (Shoulder Stand Pose)
सर्वांगासन एक शक्तिशाली योगासन है, जो थायराइड को नियंत्रित करने में मदद करता है। यह आसन थायराइड ग्लैंड को उत्तेजित करता है, जिससे उसका कार्य बेहतर होता है। इस आसन को करने से मेटाबोलिज़्म तेज होता है, जो वजन घटाने में मदद करता है।
कैसे करें:
- पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों को एक साथ उठाएं।
- पैरों को ऊपर की ओर खींचते हुए, शरीर को सीधा करें।
- दोनों हाथों से पीठ को सहारा दें और सिर के ऊपर का हिस्सा नीचे रखें।
- इस स्थिति में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें और धीरे-धीरे वापस आ जाएं।
2. भुजंगासन (Cobra Pose)
भुजंगासन थायराइड ग्रंथि को सक्रिय करता है और इसके कार्य को बेहतर बनाता है। यह आसन पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है और शरीर के वसा को कम करने में मदद करता है। नियमित रूप से भुजंगासन करने से वजन घटने के साथ-साथ थायराइड का स्तर भी नियंत्रित हो सकता है।
कैसे करें:
- पेट के बल लेटें और हाथों को कंधों के नीचे रखें।
- सांस लेते हुए अपने ऊपरी धड़ को ऊपर की ओर खींचें।
- सिर, कंधे और छाती को ऊपर की ओर उठाएं, ध्यान रहे कि पैरों और निचले धड़ को जमीन से सटा हुआ रखें।
- 15-20 सेकंड तक इस आसन में रहें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं।
3. हलासन (Plow Pose)
हलासन थायराइड ग्रंथि के लिए बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि यह गर्दन और कंधों की मांसपेशियों को स्ट्रेच करता है, जिससे थायराइड ग्रंथि की कार्यक्षमता बेहतर होती है। साथ ही, यह वजन घटाने के लिए भी प्रभावी है क्योंकि यह पेट के आसपास की चर्बी को कम करने में मदद करता है।
कैसे करें:
- पीठ के बल लेटकर दोनों पैरों को एक साथ उठाएं।
- दोनों पैरों को सिर के पास लाकर जमीन तक ले जाने की कोशिश करें।
- हाथों को जमीन पर रखते हुए इस स्थिति में 15-20 सेकंड तक रहें।
4. ऊष्ट्रासन (Camel Pose)
ऊष्ट्रासन थायराइड ग्रंथि को सक्रिय करता है और शरीर के पूरे फ्रंट को खोलता है। यह वजन घटाने में भी मदद करता है और शरीर को अधिक लचीला बनाता है। यह आसन मानसिक शांति भी प्रदान करता है, जो थायराइड संबंधित तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।
कैसे करें:
- घुटनों के बल खड़े होकर अपने हाथों को कमर पर रखें।
- सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे अपनी पीठ को पीछे की ओर मोड़ें।
- दोनों हाथों को एक-एक करके एड़ियों तक पहुंचाएं और इस स्थिति में 15-30 सेकंड तक रहें।
- धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं।
5. पद्मासन (Lotus Pose)
पद्मासन एक ध्यान और विश्राम के योगासन के रूप में जाना जाता है, जो मानसिक शांति प्रदान करता है। यह शरीर में ऊर्जा का संचार करता है और थायराइड ग्रंथि के सही कार्य को बनाए रखता है। यह आसन शरीर को लचीला बनाता है और वजन कम करने में भी मदद करता है।
कैसे करें:
- पद्मासन में बैठने के लिए, दोनों पैरों को मोड़कर जांघों पर रखें।
- पीठ को सीधा रखें और हाथों को घुटनों पर रखें।
- गहरी सांस लें और शांत होकर इस स्थिति में 5-10 मिनट तक ध्यान करें।
6. त्रिकोणासन (Triangle Pose)
त्रिकोणासन शरीर के साइड स्ट्रेच करने वाला आसन है, जो थायराइड को सक्रिय करने में मदद करता है। यह आसन मेटाबोलिज्म को तेज करता है और पेट की चर्बी को कम करने में मदद करता है। नियमित रूप से इसे करने से वजन कम हो सकता है और थायराइड पर काबू पाया जा सकता है।
कैसे करें:
- पैरों को चौड़ा करके खड़े हो जाएं।
- एक हाथ को सीधे ऊपर उठाएं और दूसरे हाथ को नीचे की ओर झुका कर पैर के पास रखें।
- शरीर को पूरी तरह से मोड़ते हुए सिर को कंधे के नीचे रखें और 20-30 सेकंड तक इस स्थिति में रहें।
- फिर दूसरी ओर से भी वही करें।
थायराइड और वजन की समस्या को नियंत्रित करने के लिए योग एक बेहतरीन विकल्प है। इन योगासनों से न केवल थायराइड के स्तर को नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि यह वजन घटाने, शरीर को लचीला बनाने और मानसिक शांति प्रदान करने में भी मदद करता है। नियमित रूप से इन योगासनों का अभ्यास करें और ध्यान रखें कि सही आहार और जीवनशैली के साथ योग का प्रभाव अधिकतम हो सकता है।