माउथवॉश के ज्यादा इस्तेमाल से बढ़ सकती हैं परेशानियां, जानें जरूरी सावधानियां

माउथवॉश का इस्तेमाल आमतौर पर सांसों को तरोताजा रखने और मुंह की सफाई के लिए किया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसका अत्यधिक उपयोग आपके ओरल हेल्थ के लिए हानिकारक हो सकता है? आइए जानते हैं कि माउथवॉश का सही इस्तेमाल कैसे करें और किन बातों का ध्यान रखें।

1. माउथवॉश के ज्यादा इस्तेमाल से होने वाले नुकसान

a) ओरल माइक्रोबायोम पर असर:
माउथवॉश में मौजूद केमिकल्स हानिकारक बैक्टीरिया के साथ-साथ लाभदायक बैक्टीरिया को भी नष्ट कर सकते हैं, जिससे मुंह के प्राकृतिक बैक्टीरिया संतुलन बिगड़ सकता है।

b) ड्राई माउथ की समस्या:
अत्यधिक माउथवॉश के उपयोग से लार ग्रंथियों पर असर पड़ सकता है, जिससे मुंह में सूखापन (ड्राई माउथ) हो सकता है और दांतों में सड़न की संभावना बढ़ जाती है।

c) मुंह में जलन और संवेदनशीलता:
कुछ माउथवॉश में एल्कोहल और अन्य कठोर केमिकल्स होते हैं, जो मुंह की नाजुक परतों को नुकसान पहुंचा सकते हैं और जलन, लालिमा या संवेदनशीलता का कारण बन सकते हैं।

d) दांतों का पीलापन:
लंबे समय तक माउथवॉश के उपयोग से दांतों पर दाग-धब्बे आ सकते हैं, जिससे वे पीले और भद्दे दिख सकते हैं।

2. माउथवॉश के सही इस्तेमाल के लिए टिप्स

  • दिन में एक बार से ज्यादा माउथवॉश का इस्तेमाल न करें।
  • बिना डॉक्टर की सलाह के एंटीसेप्टिक माउथवॉश का अधिक उपयोग न करें।
  • प्राकृतिक विकल्प जैसे गुनगुने पानी में नमक मिलाकर कुल्ला करें।
  • फ्लोराइड युक्त माउथवॉश चुनें, जो दांतों को मजबूत बनाए रखे।
  • बच्चों और बुजुर्गों को हल्के माउथवॉश का चयन करना चाहिए।

3. किन परिस्थितियों में माउथवॉश का उपयोग करें?

  • मुंह में छाले या संक्रमण होने पर।
  • मसूड़ों से खून आने की समस्या में।
  • सांसों की बदबू की समस्या होने पर।
  • दांतों की सर्जरी के बाद डॉक्टर की सलाह पर।

4. माउथवॉश का विकल्प क्या हो सकता है?

यदि आप माउथवॉश के अधिक उपयोग से बचना चाहते हैं, तो ये प्राकृतिक विकल्प आजमा सकते हैं:

  • नारियल या तिल के तेल से ऑयल पुलिंग।
  • ग्रीन टी कुल्ला, जो बैक्टीरिया को कम करने में मदद करता है।
  • हल्दी और नमक से गरारा करना।