महाविकास आघाड़ी में दरार, शिवसेना (यूबीटी) ने किया स्थानीय चुनाव अकेले लड़ने का ऐलान

शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र में आगामी स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने को लेकर एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की। विपक्षी महाविकास आघाड़ी (एमवीए) में चुनावी रणनीति को लेकर मतभेद पहले ही खुलकर सामने आ चुके हैं। शिवसेना (यूबीटी) ने घोषणा की है कि वह स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी। वहीं, शरद पवार भी यह कह चुके हैं कि स्थानीय चुनाव साथ लड़ने पर कभी चर्चा नहीं हुई थी।

पार्टी सूत्रों के अनुसार, उद्धव ठाकरे पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार के दक्षिण मुंबई स्थित आवास सिल्वर ओक पहुंचे। यहां एक घंटे से अधिक समय तक दोनों के बीच बातचीत हुई। महाविकास आघाड़ी (एमवीए) गठबंधन के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले शरद पवार ने एमवीए में बढ़ते मतभेदों को खत्म करने के लिए हस्तक्षेप किया है। पवार ने हाल ही में यह भी कहा था कि इस मुद्दे पर तीन घटक दलों की बैठक बुलाई जाएगी।

‘हमने कभी इस पर चर्चा नहीं की’
एनसीपी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने हाल ही में कहा था कि आगामी स्थानीय निकाय चुनाव को लेकर गठबंधन के तीन घटक दलों – राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस की बैठक बुलाई जाएगी। वहीं, शिवसेना (यूबीटी) ने यह घोषणा की है कि वह इस बार स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ेगी, जिसके बाद कांग्रेस के नेताओं ने इस फैसले की आलोचना की थी।

शरद पवार ने कहा था कि इंडिया गठबंधन और महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के तहत राष्ट्रीय और राज्य स्तर के चुनाव लड़े जाने थे, लेकिन स्थानीय निकाय चुनाव के बारे में कभी चर्चा नहीं की गई और न ही कोई सुझाव दिया गया था। उन्होंने कहा, “हमने कभी भी स्थानीय निकाय चुनाव एक साथ लड़ने को लेकर न तो चर्चा की और न ही कोई सुझाव दिया।”

एमवीए में गहराता मतभेद
राजनीतिक सहयोगी पारंपरिक रूप से स्थानीय निकाय चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ते हैं, लेकिन शिवसेना (यूबीटी) के फैसले ने महाविकास आघाड़ी (एमवीए) की स्थिरता को लेकर अटकलों को जन्म दे दिया है। एमवीए में शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) और कांग्रेस शामिल हैं। पिछले साल के विधानसभा चुनाव में एमवीए गठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा था और तब से ही एमवीए में मतभेद बढ़ते जा रहे हैं।

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