अर्जुन की छाल आयुर्वेद में हृदय रोगों के लिए एक प्राचीन औषधि के रूप में जानी जाती है। यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है और रक्तचाप को नियंत्रित करती है। आइए जानते हैं कि अर्जुन की छाल से बनी ड्रिंक को कैसे बनाया जाता है और इसे पीने से क्या-क्या फायदे होते हैं।
अर्जुन की छाल से बनी ड्रिंक बनाने की विधि
सामग्री:
1 चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर
2 कप पानी
1 इंच दालचीनी
5-6 तुलसी के पत्ते
विधि:
- उबालें: एक पैन में पानी लें और उसे उबालें।
- सामग्री डालें: उबलते पानी में अर्जुन की छाल का पाउडर, दालचीनी और तुलसी के पत्ते डालें।
- धीमी आंच पर पकाएं: इसे धीमी आंच पर तब तक पकाएं जब तक कि पानी आधा न रह जाए।
- छानकर पीएं: इसे छानकर एक कप में निकाल लें और थोड़ा ठंडा करके पी लें।
अर्जुन की छाल पीने के फायदे
हृदय स्वास्थ्य: यह हृदय की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है और रक्तचाप को नियंत्रित करती है।
कोलेस्ट्रॉल कम करता है: अर्जुन की छाल खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करती है।
एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर: इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो शरीर को मुक्त कणों से बचाते हैं।
दिल की बीमारियों का खतरा कम करता है: यह हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी बीमारियों के खतरे को कम करती है।
कब और कैसे पीएं?
कब: आप इसे दिन में एक या दो बार पी सकते हैं।
कैसे: आप इसे गर्म या ठंडा करके पी सकते हैं।
कितना: शुरुआत में आप कम मात्रा में ले सकते हैं और धीरे-धीरे मात्रा बढ़ा सकते हैं।
ध्यान दें:
किसी भी औषधि की तरह, अर्जुन की छाल का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
यदि आपको कोई एलर्जी है तो इसका सेवन न करें।
गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।अर्जुन की छाल एक प्राकृतिक उपचार है जो हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। लेकिन, यह किसी भी चिकित्सा उपचार का विकल्प नहीं है।
अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से दी गई है और इसे किसी भी चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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