- ‘Samvaad Talk Series’ के जरिए बनेगा छात्रों और विशेषज्ञों के बीच सेतु
- छात्रों के संशय दूर करने के लिए शुरू हुई Samvaad Talk Series
- संवाद: छात्रों, युवाओं और आम जनों के लिए ज्ञान का नया मंच
नई दिल्ली, विशेष संवाददाता। डिजिटल युग में वीडियो कंटेंट की बढ़ती प्रासंगिकता के साथ, राइटर्स कम्युनिटी ने एक नई और प्रभावशाली पहल की शुरुआत की है। संस्थापक अंकित देव अर्पण ने बताया कि छात्रों और युवाओं के मन में अक्सर ऐसे सवाल होते हैं जिनके समाधान के लिए कोई विशिष्ट मंच उपलब्ध नहीं है। इन्हीं समस्याओं का हल खोजने और संवाद स्थापित करने के लिए 5 दिसंबर को ‘संवाद’ टॉक सीरीज की शुरुआत की गई।
संवाद: एक अनूठी पहल
‘संवाद’ का उद्देश्य छात्रों, युवाओं और आम जनों को उनकी शंकाओं का समाधान प्रदान करना है। यह मंच न केवल उनके सवालों का जवाब देगा, बल्कि प्रेरक कहानियों और संघर्ष के दौरान की जाने वाली गलतियों से सीखने का अवसर भी प्रदान करेगा।
संवाद की शुरुआत कैसे हुई: अंकित देव अर्पण ने महसूस किया कि छात्रों के लिए ऐसा कोई मंच नहीं है जहां वे अपने संशय साझा कर सकें। पहली रूपरेखा राजस्थान सिविल सेवा में कार्यरत प्रदीप जांगिड के साथ 3 दिसंबर 2022 को तैयार की गई थी।
‘संवाद’ के पहले चरण में कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने अपने विचार साझा किए:
- बिमल कुमार सिकदर: मिनिस्ट्री ऑफ स्किल के पूर्व डायरेक्टर और लेखक।
- कमलेश कमल: ITBP के प्रवक्ता और ‘भाषा संशय शोधन’ के लेखक।
- राजन बालन: सेवा निवृत कृषि पदाधिकारी और ‘अभियान: एक नई सोच, एक नई उड़ान’ के लेखक।
- सुधाकर पाठक: हिंदुस्तानी भाषा अकादमी के अध्यक्ष और ‘जिंदगी कुछ यूं ही’ के लेखक।
संवाद: क्यों है यह अनोखा?
इस सीरीज का फोकस उन सवालों पर है, जिन्हें लोग आमतौर पर पूछ नहीं पाते या जिनका जवाब उन्हें नहीं मिलता।
प्रेरणादायक कहानियां: मेहमानों की सफलता के पीछे के अनुभवों और संघर्षों से सीखने का मौका।
दोतरफा बातचीत: मंच पर केवल भाषण देने के बजाय, यहां सवाल-जवाब का खुला मंच होगा।
विद्यार्थियों के लिए विशेष: सीरीज के अगले चरण में स्कूल और कॉलेजों में ‘संवाद’ आयोजित किया जाएगा। छात्र पैनल से सीधे सवाल पूछ सकेंगे और तुरंत समाधान प्राप्त कर सकेंगे।
संवाद की टीम की मेहनत
‘संवाद’ को सफल बनाने के पीछे राइटर्स कम्युनिटी की टीम का बड़ा योगदान है:
- शिल्पी कुमारी (CEO): प्रबंधन में अहम भूमिका।
- चंद्रभूषण कुमार (मैनेजर): आयोजन के समन्वय में सहयोग।
- मानस श्रीवास्तव (टेक्निकल हेड): टेक्निकल टीम के साथ मंच को सशक्त बनाया।