झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल अपने प्रचार अभियान में जुटे हैं। प्रचार के लिए ये दल प्रिंट, वीडियो, और ऑडियो माध्यमों का बड़े पैमाने पर उपयोग कर रहे हैं। हालांकि, झारखंड में बीजेपी के एक विज्ञापन ने चुनाव आयोग का ध्यान खींचा और इसे हटाने के आदेश दिए गए हैं। चुनाव आयोग ने इस विज्ञापन को आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना है।
चुनाव आयोग की कार्रवाई
केंद्रीय चुनाव आयोग ने कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए झारखंड चुनाव आयुक्त को निर्देश दिया कि बीजेपी द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स, जैसे कि एक्स (पूर्व में ट्विटर) और फेसबुक पर जारी विज्ञापनों को हटाया जाए। आयोग ने पाया कि बीजेपी द्वारा जारी किए गए इस विज्ञापन में आचार संहिता का उल्लंघन हुआ है।
बीजेपी के विज्ञापन में क्या था?
बीजेपी के सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया था, “पूरे झारखंड का काया पलट कर देंगे।” कांग्रेस और जेएमएम की शिकायत के बाद केंद्रीय चुनाव आयोग ने इस पोस्ट की जांच की और इसे आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन माना। आयोग ने झारखंड चुनाव आयुक्त को निर्देश दिया कि इस पोस्ट को सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से तुरंत हटाया जाए। साथ ही, बीजेपी को निर्देश दिया गया है कि जहां कहीं भी यह विज्ञापन प्रकाशित किया गया है, उसे तत्काल प्रभाव से हटाया जाए।
झारखंड चुनाव का दूसरा चरण
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 के लिए दो चरणों में मतदान हो रहा है। पहले चरण का मतदान 13 नवंबर को हुआ, जिसमें 43 सीटों पर वोट डाले गए। अब दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को होगा, जिसमें 38 सीटों पर चुनाव होंगे। 23 नवंबर को चुनाव परिणामों की घोषणा की जाएगी, जिससे यह तय हो जाएगा कि राज्य में जेएमएम-कांग्रेस गठबंधन की सरकार फिर से सत्ता में आएगी या बीजेपी नीत एनडीए सरकार बनेगी।
इस चुनावी घटनाक्रम ने राज्य में राजनीतिक गतिविधियों को और तेज कर दिया है। चुनाव आयोग की इस कार्रवाई से चुनावी प्रचार में नियमों का पालन सुनिश्चित करने के प्रयास और सख्त हो गए हैं।