बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL कोलेस्ट्रॉल) हमारे शरीर में धमनियों की दीवारों पर जमकर दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। हालांकि, शुरुआती चरण में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कोई स्पष्ट लक्षण नहीं दिखते हैं, लेकिन कुछ संकेतों पर ध्यान देकर आप इस समस्या को समय रहते पहचान सकते हैं।
बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के संकेत
- कोई स्पष्ट लक्षण नहीं: अक्सर बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर कोई खास लक्षण नहीं दिखते हैं।
- छाती में दर्द: दिल का दौरा होने पर छाती में दर्द, दबाव या जलन महसूस हो सकती है।
- सांस लेने में तकलीफ: हल्का काम करने पर भी सांस फूलना।
- थकान: सामान्य से अधिक थकान महसूस होना।
- चक्कर आना: अक्सर चक्कर आना या बेहोशी की स्थिति आना।
- पैरों में दर्द: पैरों में दर्द होना, खासकर चलने पर।
- पाचन संबंधी समस्याएं: अपच, कब्ज या दस्त जैसी समस्याएं।
बैड कोलेस्ट्रॉल का सामान्य स्तर
- कुल कोलेस्ट्रॉल: 200 mg/dL से कम
- LDL कोलेस्ट्रॉल (बैड कोलेस्ट्रॉल): 100 mg/dL से कम
- HDL कोलेस्ट्रॉल (गुड कोलेस्ट्रॉल): 40 mg/dL या अधिक
ध्यान दें: ये सिर्फ सामान्य सीमाएं हैं और व्यक्ति से व्यक्ति में ये थोड़ी भिन्न हो सकती हैं। सटीक जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के कारण
- असंतृप्त वसा युक्त आहार: अधिक तला हुआ भोजन, रेड मीट, डेयरी उत्पाद आदि का सेवन करना।
- शारीरिक गतिविधि की कमी: नियमित व्यायाम न करना।
- धूम्रपान: धूम्रपान करने से भी बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ सकता है।
- मोटापा: अधिक वजन होने से भी बैड कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है।
- आनुवंशिक कारण: कुछ लोगों में बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण आनुवंशिक भी हो सकता है।
बैड कोलेस्ट्रॉल को कैसे कम करें?
- स्वस्थ आहार: फलों, सब्जियों, साबुत अनाज और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों का सेवन करें।
- नियमित व्यायाम: रोजाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें।
- धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान छोड़ना बहुत जरूरी है।
- वजन कम करें: अगर आपका वजन अधिक है तो उसे कम करने की कोशिश करें।
- दवाएं: डॉक्टर की सलाह पर कोलेस्ट्रॉल कम करने वाली दवाएं लें।
ध्यान दें: बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए आपको जीवनशैली में बदलाव लाने की जरूरत होती है। अगर आपको लगता है कि आपका बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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