यदि आपको थकान और कमजोरी महसूस हो रही है और आपको लगता है कि यह हीमोग्लोबिन कम होने के कारण हो सकता है, तो सबसे पहले आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।डॉक्टर ही आपके हीमोग्लोबिन स्तर की जांच कर पाएंगे और इसके कारण का पता लगा सकेंगे। वे ही आपको हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए सही उपचार और आहार योजना बता पाएंगे।
हीमोग्लोबिन कम होने के कारण
हीमोग्लोबिन कम होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- आयरन की कमी: आयरन हीमोग्लोबिन बनाने के लिए आवश्यक है। आयरन की कमी से एनीमिया हो सकता है।
- विटामिन बी12 की कमी: विटामिन बी12 भी हीमोग्लोबिन के उत्पादन के लिए जरूरी है।
- अन्य पोषक तत्वों की कमी: फोलेट, कॉपर आदि की कमी भी हीमोग्लोबिन कम होने का कारण बन सकती है।
- रक्तस्राव: अंदरूनी या बाहरी रक्तस्राव से हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो सकता है।
- कुछ बीमारियां: कुछ बीमारियां जैसे कि किडनी की बीमारी, कैंसर आदि भी हीमोग्लोबिन कम होने का कारण बन सकती हैं।
हीमोग्लोबिन बढ़ाने के तरीके (डॉक्टर की सलाह के अनुसार)
- आयरन युक्त खाद्य पदार्थ: पालक, चुकंदर, गाजर, सेब, अनार, दालें, मांस, मुर्गी आदि।
- विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ: संतरा, नींबू, अमरूद आदि। ये आयरन के अवशोषण में मदद करते हैं।
- विटामिन बी12 युक्त खाद्य पदार्थ: मांस, मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद आदि।
- फोलेट युक्त खाद्य पदार्थ: हरी पत्तेदार सब्जियां, दालें, फल आदि।
- दवाएं: डॉक्टर आयरन या विटामिन की गोलियां भी लिख सकते हैं।
घरेलू उपचार (डॉक्टर की सलाह के बाद)
- चुकंदर का जूस: चुकंदर में आयरन भरपूर मात्रा में होता है।
- अनार का जूस: अनार भी आयरन का अच्छा स्रोत है।
- गुड़: गुड़ में आयरन होता है।
- खजूर: खजूर में भी आयरन होता है।
ध्यान दें:
- घरेलू उपचारों को डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं लेना चाहिए।
- हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है।
- नियमित रूप से व्यायाम करें।
- तनाव कम करें।
- पर्याप्त नींद लें।
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