महिलाओं में यूटीआई एक आम समस्या है। अगर समय रहते इसका इलाज न किया जाए तो यह संक्रमण बच्चेदानी तक भी पहुंच सकता है। इसलिए, यूटीआई के इन लक्षणों को नज़रअंदाज करना बिल्कुल भी सही नहीं है:
यूटीआई के सामान्य लक्षण:
- बार-बार पेशाब आना: पेशाब करने की तीव्र इच्छा महसूस होना।
- पेशाब करते समय जलन: पेशाब करते समय जलन या दर्द होना।
- पेशाब में खून आना: पेशाब में खून आना या उसमें बदबू आना।
- पेट के निचले हिस्से में दर्द: पेट के निचले हिस्से में दर्द या बेचैनी महसूस होना।
- बुखार और ठंड लगना: गंभीर संक्रमण में बुखार और ठंड लगना भी हो सकता है।
यूटीआई होने के कारण:
- खराब स्वच्छता: शौचालय जाने के बाद पीछे से आगे की ओर पोंछना, यौन संबंध के बाद खुद को साफ न करना आदि।
- पानी कम पीना: पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से मूत्र मार्ग में बैक्टीरिया बढ़ने का खतरा रहता है।
- तंग अंडरवियर: तंग अंडरवियर पहनने से पसीना अधिक आता है और बैक्टीरिया पनपने का अनुकूल वातावरण बनता है।
- मधुमेह: मधुमेह के रोगियों में यूटीआई होने का खतरा अधिक होता है।
- गर्भावस्था: गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन के कारण यूटीआई होने का खतरा बढ़ जाता है।
यूटीआई से बचाव के उपाय:
- पानी अधिक पिएं: दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी पीएं।
- स्वच्छता का ध्यान रखें: शौचालय जाने के बाद हमेशा आगे से पीछे की ओर पोंछें।
- कॉटन के अंडरवियर पहनें: तंग और सिंथेटिक अंडरवियर पहनने से बचें।
- यौन संबंध के बाद खुद को साफ करें: यौन संबंध के बाद हमेशा खुद को साफ करें।
- मधुमेह को नियंत्रित रखें: अगर आपको मधुमेह है तो अपने डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाएं लें।
कब डॉक्टर को दिखाएं?
यदि आपको ऊपर बताए गए लक्षण दिखाई दे रहे हैं तो बिना देरी किए डॉक्टर से संपर्क करें। डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर आपको उपचार देंगे।
ध्यान दें: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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