शनिवार की सुबह दुबई-जयपुर एयर इंडिया के विमान को बम की धमकी के कारण जयपुर एयरपोर्ट पर आपातकालीन लैंडिंग करनी पड़ी। 189 यात्रियों को लेकर जा रहा यह विमान सुबह 1:20 बजे सुरक्षित उतरा। अधिकारियों ने तुरंत स्थिति पर प्रतिक्रिया करते हुए एयरपोर्ट पर आपातकाल की घोषणा की और विमान की गहन तलाशी ली। गहन जांच के बाद, कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला और धमकी को एक अफवाह घोषित कर दिया गया।
केवल 24 घंटे के अंतराल में, तीन विमानों को बम की धमकी के साथ निशाना बनाया गया, जिससे व्यापक स्तर पर चिंता फैल गई। प्रभावित उड़ानों में विस्तारा लंदन जाने वाली उड़ान (यूके17), जयपुर-दुबई मार्ग पर एयर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान (आईएक्स 196) और बेंगलुरु से मुंबई जाने वाली अकासा एयर की उड़ान (क्यूपी 1366) शामिल थी।
सोशल मीडिया पर धमकी मिलने के बाद विस्तारा की फ्लाइट को जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की ओर मोड़ दिया गया, जहाँ इसकी गहन जाँच की गई। बाद में किसी भी सुरक्षा जोखिम से मुक्त होने के बाद इसने लंदन की यात्रा जारी रखी।
एक ही सप्ताह में एयरलाइनों को 35 से अधिक बम धमकियों की सूचना दी गई, जिसके कारण भारत के विमानन क्षेत्र में सुरक्षा प्रोटोकॉल बढ़ा दिए गए। ये सभी धमकियाँ झूठी थीं, जिसके कारण कई उड़ानों को डायवर्ट किया गया और देरी हुई, जिससे हवाई यात्रा में काफी बाधा आई।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय सहित अधिकारियों ने इन संभावित संकटों से निपटने के लिए सख्त उपाय लागू करके प्रतिक्रिया दी है।
खतरों के स्रोत के रूप में सोशल मीडिया
बम धमकियों की हालिया लहर मुख्य रूप से सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के माध्यम से बताई गई है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौतियाँ खड़ी हो गई हैं। विस्तारा की फ्लाइट के डायवर्जन के जवाब में एयरलाइन के प्रवक्ता ने पुष्टि की कि इस खतरे के बारे में शुरू में सोशल मीडिया के माध्यम से बताया गया था, जिसके कारण एहतियात के तौर पर विमान को डायवर्ट करने का निर्णय लिया गया।
फ्लाइट संचालन पर प्रभाव
इन घटनाओं ने न केवल यात्रियों के लिए व्यवधान पैदा किया है, बल्कि सुरक्षा बलों पर भी भारी दबाव डाला है, जो खतरों में अचानक वृद्धि को संभालने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। विमानन क्षेत्र में इस सप्ताह अकेले 20 से अधिक बम धमकियाँ देखी गईं, जिससे घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों मार्गों पर उड़ानें प्रभावित हुईं। परिणामस्वरूप, कई उड़ानों को डायवर्ट किया गया, विलंबित किया गया और पुनर्निर्धारित किया गया, जिससे एयरलाइनों के लिए महत्वपूर्ण परिचालन चुनौतियाँ पैदा हुईं।
सख्त सुरक्षा मानदंड लागू किए गए
नागरिक विमानन मंत्रालय और संबंधित अधिकारियों ने सख्त सुरक्षा उपाय लागू किए हैं। यात्रियों से भी सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाए जा रहे इन आवश्यक कदमों के दौरान धैर्य रखने का आग्रह किया गया है। इन खतरों की झूठी प्रकृति के बावजूद, अधिकारी यात्रियों और चालक दल के लिए किसी भी संभावित जोखिम को रोकने के लिए प्रत्येक मामले को अत्यंत गंभीरता से ले रहे हैं।
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