कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लाओस यात्रा की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को कहा कि पूर्वोत्तर आसियान का प्रवेश द्वार है, लेकिन उन्होंने (प्रधानमंत्री ने) हिंसा प्रभावित मणिपुर का दौरा नहीं किया।
प्रधानमंत्री मोदी आसियान-भारत और पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए बृहस्पतिवार को दो दिवसीय यात्रा पर लाओस पहुंचे।
लाओस जनवादी लोकतान्त्रिक गणराज्य (लाओ पीडीआर) के प्रधानमंत्री सोनेक्से सिफनाडोन के निमंत्रण पर मोदी देश की दो दिवसीय यात्रा पर हैं।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘इस बात को बार-बार कहने की जरूरत है। प्रधानमंत्री लाओस के लिए रवाना हो गए हैं। वह निश्चित रूप से भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति के बारे में अधिक बात करेंगे जिसके बारे में कहा जाता है कि 2014 में शुरू हुई है। लेकिन भारत की ‘लुक ईस्ट’ नीति उससे लगभग दो दशक पहले से ही अस्तित्व में थी।’’
उन्होंने कहा कि ‘आसियान’ के लिए भारत का प्रवेश द्वार हमारा पूर्वोत्तर है।
रमेश ने सवाल कि नरेन्द्र मोदी लगातार उस अशांत राज्य मणिपुर का दौरा करने से क्यों इनकार कर रहे हैं जो मई 2023 से हिंसा की आग में जल रहा है?
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘मणिपुर जाने से उनका लगातार इनकार करना किसी की भी समझ से परे है। मणिपुर के लोग, जो इतनी पीड़ा और दुःख झेलने को मजबूर हैं, निश्चित रूप से ऐसी यात्रा का अधिकार रखते हैं।’’
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