कांग्रेस की ओर से हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम को अस्वीकार किए जाने के एक दिन बाद बुधवार को पार्टी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल निर्वाचन आयोग से मुलाकात करेगा।
पार्टी के अनुसार, बुधवार शाम छह बजे आयोग से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, महासचिव जयराम रमेश, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष उदय भान, पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रताप सिंह बाजवा, पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं अधिवक्ता अभिषेक सिंघवी तथा कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा शामिल होंगे।
इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को अप्रत्याशित करार देते हुए बुधवार को कहा कि अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को अवगत कराया जाएगा।
कांग्रेस ने हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजों को ‘अप्रत्याशित’ और ‘लोक भावना के खिलाफ’ करार देते हुए मंगलवार को कहा था कि इस जनादेश को स्वीकार नहीं किया जा सकता क्योंकि राज्य में ‘तंत्र की जीत और लोकतंत्र की हार’ हुई है।
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने षड्यंत्र का आरोप भी लगाया था और दावा किया था कि तीन-चार जिलों से ईवीएम को लेकर शिकायतें आई हैं जिनसे मुख्य विपक्षी दल निर्वाचन आयोग को अवगत कराएगा।
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने दावा किया था कि हिसार, महेंद्रगढ़ और पानीपत जिलों से ईवीएम को लेकर शिकायतें आई हैं तथा जिन ईवीएम की बैट्री 99 प्रतिशत चार्ज थी उनमें कांग्रेस उम्मीदवारों की हार हुई है, लेकिन जिनकी बैट्री 60-70 प्रतिशत चार्ज थी उनमें कांग्रेस की जीत हुई है।
इसी साल जून में लोकसभा चुनाव के परिणाम के बाद हरियाणा में भाजपा और कांग्रेस के बीच हुई पहली बड़ी सीधी लड़ाई में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा ने 90 सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में 48 सीट पर जीत दर्ज की जबकि 2019 में उसे 41 सीट मिली थी। कांग्रेस को 37 सीट पर संतोष करना पड़ा।
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