सिरदर्द और गुस्सा: हाई बीपी के छिपे संकेत, जाने इससे कैसे निपटें

सिरदर्द और बेवजह गुस्सा आना अक्सर हाई ब्लड प्रेशर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। ये लक्षण हमें बताते हैं कि हमारे शरीर को आराम की जरूरत है। आइए जानते हैं कि तनाव को कैसे कम करके हाई बीपी को नियंत्रित किया जा सकता है।

तनाव और हाई बीपी का संबंध

  • तनाव हार्मोन: तनाव के समय हमारे शरीर में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन निकलता है जो ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है।
  • रक्त वाहिकाएं: तनाव रक्त वाहिकाओं को संकरा कर देता है जिससे रक्त का प्रवाह धीमा हो जाता है और ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
  • अनियमित नींद: तनाव के कारण नींद की गुणवत्ता खराब होती है जो ब्लड प्रेशर को प्रभावित करती है।

तनाव को कम करने के उपाय

  • ध्यान और योग:
    • ध्यान और योग तनाव को कम करने और मन को शांत करने में मदद करते हैं।
    • नियमित रूप से ध्यान और योग करने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।
  • गहरी सांस लेने के व्यायाम:
    • गहरी सांस लेने से शरीर को ऑक्सीजन मिलता है और तनाव कम होता है।
    • आप दिन में कई बार कुछ मिनट के लिए गहरी सांस लेने का अभ्यास कर सकते हैं।
  • पर्याप्त नींद:
    • रात में कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है।
    • अच्छी नींद से तनाव कम होता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
  • व्यायाम:
    • नियमित व्यायाम करने से तनाव कम होता है और हृदय स्वास्थ्य बेहतर होता है।
  • स्वस्थ आहार:
    • फलों, सब्जियों, और साबुत अनाज से भरपूर आहार लेने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
  • तनाव कम करने वाली गतिविधियां:
    • संगीत सुनना, पढ़ना, या किसी शौक को अपनाना तनाव कम करने में मदद कर सकता है।
  • सामाजिक समर्थन:
    • दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताना तनाव कम करने में मदद कर सकता है।

कब डॉक्टर से संपर्क करें?

  • अगर सिरदर्द और गुस्सा बार-बार आ रहा है।
  • अगर दवा लेने के बाद भी ब्लड प्रेशर नियंत्रित नहीं हो रहा है।
  • अगर आपको छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ या चक्कर आना जैसी समस्याएं हो रही हैं।

ध्यान दें: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी भी चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं लेना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी भी चिकित्सा सलाह के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

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