प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को जमैका के प्रधानमंत्री एन्ड्रयू होलनेस से यहां द्विपक्षीय वार्ता से पहले हैदराबाद हाउस में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
श्री मोदी से द्विपक्षीय वार्ता से पहले जमैका के प्रधानमंत्री ने राजघाट पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।
विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में कहा, “भारत-जमैका के बीच मजबूत और ऐतिहासिक संबंधों को आगे बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने द्विपक्षीय वार्ता के लिए जमैका के प्रधानमंत्री एंड्रयू होलनेस जेएम का हैदराबाद हाउस में गर्मजोशी से स्वागत किया।”
उन्होंने उनके राजधाट पहुंचने पर एक पोस्ट किया, “राष्ट्रपिता के सम्मान में जमैका के प्रधानमंत्री एन्ड्रयू होलनेस जेएम ने आज राजघाट पर महात्मा गांधी को पुष्पांजलि अर्पित की।”
गौरतलब है कि श्री होलनेस चार दिवसीय यात्रा पर भारत आए हैं, जो जमैका के किसी नेता की पहली द्विपक्षीय यात्रा है। वह प्रधानमंत्री मोदी के निमंत्रण पर भारत आये हैं। अपनी यात्रा से पहले श्री होलनेस ने कहा कि जमैका और भारत के बीच 1962 से ही राजनयिक संबंध रहे हैं तथा दोनों देशों ने शिक्षा और प्रशिक्षण, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, व्यापार और बुनियादी ढांचे के विकास सहित कई क्षेत्रों में सहयोग किया है।
जमैका के प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें महत्वपूर्ण और प्रभावशाली चर्चाओं की उम्मीद है, क्योंकि दोनों नेता सहयोग के नए क्षेत्रों को तलाशेंगे तथा भारत और जमैका के बीच मैत्री के बंधन को और प्रगाढ़ करेंगे।
श्री होलनेस राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ तथा अन्य उच्च पदस्थ अधिकारियों और व्यापारिक नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। उनके साथ विदेश मंत्री कामिना जॉनसन स्मिथ और सूचना, कौशल एवं डिजिटल परिवर्तन मंत्री डाना मॉरिस डिक्सन भी आये हैं। इस यात्रा के दौरान द्विपक्षीय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है।
भारत और जमैका के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध बहुत मजबूत हैं, जो उनके साझा औपनिवेशिक अतीत, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के मूल्यों तथा क्रिकेट के प्रति जुनून में नजर आता है। एक बयान में कहा गया है कि इस यात्रा से द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती मिलने, आर्थिक सहयोग में वृद्धि होने और जमैका तथा भारत के बीच दीर्घकालिक संबंधों को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि जमैका में लगभग 70,000 भारतीय प्रवासी रहते हैं, जिनके पूर्वज मुख्य रूप से 1845 और 1917 के बीच मजदूरों के तौर पर यहां आए थे। जमैका में पहले भारतीय के आगमन को चिह्नित करने के लिए 10 मई को जमैका में भारत विरासत दिवस मनाया जाता है।
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