पार्थ राकेश माने ने 10 मीटर एयर राइफल में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक और टीम इवेंट में स्वर्ण पदक जीतकर जूनियर विश्व चैंपियन का खिताब अपने नाम किया। यह मुकाबला इंटरनेशनल शूटिंग स्पोर्ट फेडरेशन (आईएसएसएफ) जूनियर वर्ल्ड चैंपियनशिप में हुआ।
पार्थ ने 10 मीटर एयर राइफल व्यक्तिगत खिताब जीतने के बाद, अजय मलिक और अभिनव शॉ के साथ मिलकर पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल टीम इवेंट में भी स्वर्ण पदक जीता। भारत को तीसरा स्वर्ण भी मिला जब गौतमी भानोट, शंभवी क्षीरसागर और अनुष्का ठाकुर ने जूनियर महिला टीम इवेंट में 10 मीटर एयर राइफल में जीत हासिल की।
लेकिन दिन की सबसे बड़ी उपलब्धि 16 साल के पार्थ माने की रही। उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए 24-शॉट के फाइनल में 250.7 अंक हासिल किए और चीन के मौजूदा जूनियर एशियाई चैंपियन हुआंग लिवानलिन को 0.7 अंकों से पछाड़ दिया।
इसके अलावा, अमेरिका के ब्रेडन पीसर ने कांस्य पदक जीता, जबकि पेरिस ओलंपिक के रजत पदक विजेता स्वीडन के विक्टर लिंडग्रेन चौथे स्थान पर रहे। मौजूदा डबल जूनियर विश्व चैंपियन रोमन औफ्रेर छठे स्थान पर रहे।
भारत के अन्य निशानेबाजों, अजय मलिक और 15 साल के अभिनव शॉ ने क्रमशः पांचवां और सातवां स्थान हासिल किया। अजय 186.7 अंक के साथ शूट-ऑफ में लिंडग्रेन से हार गए, जबकि अभिनव 144.2 अंक के साथ सातवें स्थान पर रहे।
पहले 62 प्रतियोगियों के क्वालीफिकेशन राउंड में, अजय दूसरे स्थान पर (628.8), पार्थ चौथे स्थान पर (627.7) और अभिनव छठे स्थान पर (627.0) रहे। भारत के अन्य दो प्रतियोगी, उमामहेश मड्डिनेनी (625.5) और तलवार सिंह (625.2) ने 13वें और 14वें स्थान पर समाप्त किया।
इसके साथ ही पार्थ, अजय और अभिनव की टीम ने कुल 1883.5 अंक हासिल कर अमेरिका (1877.6) और जर्मनी (1873.9) को हराकर टीम स्वर्ण जीत लिया।
जूनियर महिला एयर राइफल फाइनल में तीन भारतीय भी पहुंचीं, लेकिन व्यक्तिगत पदक नहीं जीत पाईं। गौतमी भानोट ने शानदार प्रदर्शन कर 634.7 अंकों के साथ 90 प्रतियोगियों में दूसरे स्थान पर क्वालीफाई किया।
चीन की वांग जिफेई ने जूनियर विश्व रिकॉर्ड 635.7 अंक के साथ शीर्ष स्थान हासिल किया। शंभवी क्षीरसागर ने चौथे स्थान (632.6) पर और ओजस्वी ठाकुर ने पांचवें स्थान (631.4) पर क्वालीफाई किया। अनुष्का ठाकुर 17वें स्थान पर (627.5) और सौम्या खेड़कर 20वें स्थान पर (627.4) रहीं। गौतमी ने अंतिम मुकाबले में चौथा स्थान हासिल किया, जहां वह कांस्य पदक जीतने वाली अमेरिकी निशानेबाज़ से 0.2 अंक से पीछे रह गईं। उन्होंने 209.3 अंकों के साथ मुकाबला खत्म किया। शांभवी (188.4) पांचवें स्थान पर रहीं और ओजस्वी (146.1) सातवें स्थान पर रहीं।
हालांकि, गौतमी और शांभवी ने अनुष्का ठाकुर के साथ मिलकर टीम प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन किया। उन्होंने अमेरिका को हराकर जूनियर वर्ल्ड टीम रिकॉर्ड स्कोर 1894.8 के साथ स्वर्ण पदक जीता। नॉर्वे तीसरे स्थान पर रहा।
भारतीय खिलाड़ियों ने शॉटगन रेंज में जूनियर पुरुष और महिला स्कीट प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया, लेकिन किस्मत ने साथ नहीं दिया। गुरफतेह सिंह संधू ने क्वालीफिकेशन में 112 अंक के साथ 29वां स्थान हासिल किया, जबकि भवतेग सिंह गिल भी 112 अंक के साथ 31वें स्थान पर रहे। हरमेहर सिंह लल्ली 107 अंक के साथ 44वें स्थान पर रहे।
जूनियर महिला स्कीट प्रतियोगिता में मानसी रघुवंशी शॉटगन में भारत की ओर से सबसे अच्छी स्थिति में रहीं। उन्होंने 109 अंक हासिल किए और 8वें स्थान पर रहीं, वह क्वालीफाई करने से सिर्फ एक अंक से चूक गईं।
भारत अब भी पांच स्वर्ण पदकों के साथ पदक तालिका में सबसे आगे है।
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