कार्यालय स्थल की मांग मजबूत बनी हुई है। जुलाई-सितंबर तिमाही में छह प्रमुख शहरों में पट्टे पर कार्यालय स्थल की मांग में 31 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
रियल एस्टेट सलाहकार कोलियर्स इंडिया के आंकड़ों के अनुसार, जुलाई-सितंबर में पट्टे पर कार्यालय स्थल की कुल मांग बढ़कर 1.73 करोड़ वर्ग फुट हो गई जो पिछले साल समान अवधि में 1.32 करोड़ वर्ग फुट थी। इसमें से आधे से अधिक मांग बेंगलुरु और हैदराबाद से आई।
बेंगलुरू में किसी भी तिमाही में अभी तक की सर्वाधिक 63 लाख वर्ग फुट की मांग दर्ज की गई, जो एक साल पहले की समान अवधि के 34 लाख वर्ग फुट की मांग से 85 प्रतिशत अधिक है।
पुणे में, यह मांग 10 लाख वर्ग फुट से बढ़कर 26 करोड़ वर्ग फुट हो गई। मुंबई और चेन्नई में मांग क्रमशः 17 लाख वर्ग फुट और 14 लाख वर्ग फुट पर स्थिर रही।
हैदराबाद में मांग सालाना आधार पर 25 लाख वर्ग फुट से 16 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 29 लाख वर्ग फुट हो गई।
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में कार्यालय स्थल की मांग जुलाई-सितंबर, 2024 में पिछले वर्ष की इसी अवधि के 32 लाख वर्ग फुट से 25 प्रतिशत घटकर 24 लाख वर्ग फुट रह गई।
कोलियर्स में कार्यालय सेवाओं के प्रबंध निदेशक (भारत) अर्पित मेहरोत्रा ने कहा, ‘‘पिछले दो से तीन वर्षों में विभिन्न बाजारों तथा क्षेत्रों में कार्यालय स्थल की मांग उल्लेखनीय रही है, जिससे कुल पट्टा गतिविधियां हर वर्ष नई ऊंचाइयों पर पहुंच रही है। 2024 में मांग तथा आपूर्ति में लगातार उच्च वृद्धि देखी गई।’’
उन्होंने कहा कि 2024 की पहली तीन तिमाहियों में ही बेंगलुरु, हैदराबाद और मुंबई में मांग 2023 के स्तर के करीब या उससे अधिक हो गई है।
मेहरोत्रा ने कहा, ‘‘एक लाख वर्ग फुट से अधिक के बड़े आकार के सौदों की निरंतर बढ़ती मांग ग्राहकों का भरोसा दर्शाती है। 2024 की तीसरी तिमाही में कुल पट्टा मांग में ऐसे सौदों की हिस्सेदारी 65 प्रतिशत रही।’’
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