केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने बुधवार को दावा किया कि कांग्रेस के सत्ता में रहने के दौरान इस मंत्रालय को ‘मुस्लिम मंत्रालय’ के तौर पर देखा जाता था क्योंकि वो मुसलमानों को वोटबैंक मानते थे।
उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार में अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय सभी छह अल्पसंख्यक समुदायों के विकास के लिए काम रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘अल्पसंख्यक मंत्रालय के काम लोगों तक पहुंचाना जरूरी है। मैं कई जगह गया हूं। पहले लोग सोचते थे कि यह मुस्लिम मंत्रालय है जबकि इसमें छह समुदायों के लिए काम होता है। वो (कांग्रेस) मुसलमानों को वोटबैंक बनाते थे, इसलिए मुस्लिम-मुस्लिम करते रहते थे।’’
रीजीजू ने कहा कि कांग्रेस के जमाने में इस मंत्रालय की की छवि ऐसी बना दी गई थी जिससे मुसलमानों को भी नुकसान हुआ।
उन्होंने दावा किया कि अल्पसंख्यकों के लिए जितना काम मोदी सरकार में हुआ है वो किसी सरकार में नहीं हुआ है।
रीजीजू ने पिछले 100 दिनों में मंत्रालय द्वारा किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया।
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