बवासीर के लक्षण और आयुर्वेदिक इलाज: जानें कैसे करें बचाव

बवासीर एक आम समस्या है, जिसका आयुर्वेदिक उपचार काफी प्रभावी हो सकता है। आयुर्वेद में बवासीर को वात और पित्त दोष के असंतुलन से जोड़ा जाता है। आइए जानते हैं कुछ प्राकृतिक उपाय जो बवासीर से राहत दिला सकते हैं:

आहार में बदलाव:

  • फाइबर युक्त आहार: फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे फल, सब्जियां, दालें, और अनाज का सेवन करें। ये मल को नरम बनाने में मदद करते हैं और कब्ज को रोकते हैं।
  • तली हुई और मसालेदार चीजें: इनसे बचें क्योंकि ये पाचन तंत्र को खराब कर सकती हैं।
  • ठंडे पेय पदार्थ: इनका सेवन कम करें।
  • पानी: भरपूर मात्रा में पानी पिएं।

जड़ी-बूटियों का उपयोग:

  • त्रिफला: त्रिफला एक आयुर्वेदिक औषधि है जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
  • अंजीर: अंजीर को रात भर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खाने से बवासीर में आराम मिलता है।
  • आंवला: आंवला विटामिन सी से भरपूर होता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
  • हरड़: हरड़ कब्ज को दूर करने में मदद करती है।

घरेलू उपचार:

  • अलसी के बीज: अलसी के बीजों को पीसकर पानी में मिलाकर पीने से बवासीर में आराम मिलता है।
  • तुलसी के पत्ते: तुलसी के पत्तों का रस निकालकर पीने से सूजन कम होती है।
  • एलोवेरा: एलोवेरा का जेल बवासीर वाले स्थान पर लगाने से जलन और सूजन कम होती है।

योगासन:

  • वज्रासन: यह आसन पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।
  • भुजंगासन: यह आसन रक्त संचार को बेहतर बनाता है।
  • पश्चिमोत्तानासन: यह आसन कब्ज को दूर करने में मदद करता है।

अन्य उपाय:

  • गर्म पानी से स्नान: गर्म पानी से स्नान करने से सूजन और दर्द में आराम मिलता है।
  • बैठने के लिए मुलायम कुशन का उपयोग करें: कठोर सतह पर बैठने से बचें।

ध्यान दें:

  • यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और किसी भी चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लेनी चाहिए।
  • बवासीर एक गंभीर समस्या हो सकती है, इसलिए किसी भी उपचार को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

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