काजू: डिप्रेशन से लड़ने में कर सकता है आपकी मदद , बस ऐसे करें सेवन

काजू, स्वाद में बेहद स्वादिष्ट होने के साथ-साथ कई स्वास्थ्य लाभों से भरपूर है। डिप्रेशन से लड़ने में इसकी अहम भूमिका होती है। काजू में मैग्नीशियम की भरपूर मात्रा होती है। मैग्नीशियम मूड स्विंग को नियंत्रित करने और तनाव को कम करने में अहम भूमिका निभाता है, जो कि डिप्रेशन के प्रमुख कारणों में से एक है।

काजू क्यों है डिप्रेशन के लिए फायदेमंद?

  • मैग्नीशियम का खजाना: काजू में मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में होता है। मैग्नीशियम मूड स्विंग को नियंत्रित करने और तनाव को कम करने में मदद करता है, जो डिप्रेशन के प्रमुख कारणों में से एक है।
  • ट्रिप्टोफैन: काजू में ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है। यह शरीर में सेरोटोनिन के उत्पादन को बढ़ाता है, जिसे ‘हैप्पी हार्मोन’ भी कहा जाता है। सेरोटोनिन मूड को बेहतर बनाने और नींद को नियंत्रित करने में मदद करता है।
  • अन्य पोषक तत्व: काजू में जिंक, कॉपर और विटामिन बी भी होते हैं, जो मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।

काजू को कैसे करें सेवन?

  • सीधे खाएं: काजू को आप सीधे खा सकते हैं।
  • दही में मिलाकर: दही में काजू मिलाकर खा सकते हैं।
  • सलाद में डालकर: सलाद में काजू डालकर इसका स्वाद बढ़ा सकते हैं।
  • स्मूदी में मिलाकर: स्मूदी में काजू मिलाकर पी सकते हैं।

कितना खाएं?

  • ज्यादा मात्रा में काजू खाने से कैलोरी बढ़ सकती है। इसलिए, एक मुठ्ठी भर काजू रोजाना खाने की सलाह दी जाती है।

अन्य बातें जो ध्यान रखनी चाहिए:

  • डॉक्टर की सलाह: अगर आप डिप्रेशन से पीड़ित हैं, तो किसी भी नए आहार को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  • संतुलित आहार: काजू के अलावा, एक संतुलित आहार लेना भी जरूरी है जिसमें फल, सब्जियां, अनाज और दुग्ध उत्पाद शामिल हों।
  • व्यायाम: नियमित रूप से व्यायाम करने से मूड बेहतर होता है और तनाव कम होता है।
  • योग और ध्यान: योग और ध्यान भी डिप्रेशन को कम करने में मदद कर सकते हैं।

निष्कर्ष

काजू डिप्रेशन से लड़ने में आपकी मदद कर सकता है, लेकिन यह अकेले ही पर्याप्त नहीं है। एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने और डॉक्टर की सलाह लेने से आप डिप्रेशन को बेहतर तरीके से मैनेज कर सकते हैं।

अस्वीकरण: यह जानकारी केवल सामान्य जानकारी के लिए है और इसे किसी भी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

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